भोपाल/रायपुर 14 मार्च।छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके ने कहा हैं कि शिक्षा ही विकास की महत्वपूर्ण कुंजी है। शिक्षा से ही जागरूकता आएगी और समाज सशक्त होगा।
सुश्री उइके ने आज आदिवासी सेवा मण्डल भोपाल द्वारा आयोजित युवक-युवती परिचय सम्मेलन को वर्चुअल संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासी समाज हमेशा से प्रकृति से जुड़ा हुआ होता है। उनकी हर परंपराएं, धार्मिक आयोजन, लोक नृत्य, संस्कृति में प्रकृति का प्रभाव है, या यूं कहें कि उनमें प्रकृति ही समाहित है। इनके गोत्र चिन्ह, वनस्पति और वन्य जीवों के नाम पर, देवी-देवता वन्य संसाधन जैसे पहाड़ या वन्य जीव या और कुछ, इनके लोकनृत्य सभी में प्राकृतिक सौंदर्य की छाप होती है।
उन्होने कहा कि आदिवासी समाज के सदस्य विभिन्न स्थानों पर अलग-अलग भूमिकाओं में कार्य कर रहे हैं। आपके पास जब आदिवासी वर्ग का कोई व्यक्ति किसी काम के लिए आए तो उसकी समस्या को गंभीरतापूर्वक सुने और उसे दो कदम आगे बढ़कर सहयोग करें। इस तरह कर आप जहां अपने दायित्वों का सही निर्वहन करेंगे, वहीं समाज के प्रति भी अपनी जिम्मेदारियों को पूरी करने में आप कामयाब होंगे।