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छत्तीसगढ़ में चार महीनों में आक्सीजन बेड में भारी कमी

रायपुर 03 अप्रैल।देश में कोरोना की दूसरी लहर से सर्वाधिक प्रभावित राज्यों में एक छत्तीसगढ़ में पिछले चार महीने में आक्सीजन बेड की संख्या में इजाफे की बजाय भारी कमी हुई है।

राज्य में कोरना के तेजी बढ़ते नए मामलों को लेकर आज यहां स्वास्थ्य मंत्री टी.एस.सिंहदेव, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे एवं रायपुर के महापौर एज़ाज़ ढेबर की संयुक्त रूप से अधिकारियों के साथ हुई समीक्षा बैठक में बताया गया कि राज्य के सर्वाधिक प्रभावित रायपुर जिले में गत दिसम्बर में अस्पतालों में आक्सीजन बेड 497 थे,वह अब घटकर अप्रैल में 380 रह गए है।इसी प्रकार दुर्ग जिले में गत दिसम्बर में 162 बेड थे जोकि घटकर अप्रैल में 72 रह गए है।राजनांदगांव में गत दिसम्बर में 114 बेड थे जोकि अब महज 42 ही रह गए है।राज्य के यह तीनो जिले दूसरी लहर में भी सर्वाधिक प्रभावित है।रायपुर एवं दुर्ग जिले में सर्वाधिक मौते भी हुई है।

श्री सिंहदेव ने बैठक में राज्य में लाकडाउन को लेकर लेकर चर्चाओं और कुछ जगहों पर लाकडाउन लागू करने की घोषणाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि जिलों में लाकडाउन के लिए एक मानदंड निर्धारित होना चाहिए जिस परिस्थिति को पार करने पर लाकडाउन की स्थिति मानकर आगे कदम बढ़ाने चाहिए।उन्होने इसके साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों को संक्रमित मरीजों की कांटेक्ट ट्रेसिंग, कोरोना जांच की संख्या बढ़ाने और ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के प्रसार को नियंत्रित बनाये रखने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किये हैं।

कृषि मंत्री श्री चौबे व महापौर ढेबर ने बैठक में प्रदेश में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए की जा रही व्यवस्थाओं की स्थिति जानी, जिसमें बिस्तरों की उपलब्धता की समीक्षा करते हुए कुल 176 केंद्रों में उपलब्ध 15,965 सामान्य बेड व 3480 ऑक्सिजन बेड की स्थिति जानी, इसके साथ ही जिलेवार हो रही ऑक्सीजन की खपत और पॉजिटिविटी की बढ़ती दर पर भी अधिकारियों से चर्चा की।