Tuesday , September 16 2025

वनांचल के विकास में बस्तर प्राधिकरण की महत्वपूर्ण भूमिका – लखमा

दंतेवाड़ा 25 अगस्त।छत्तीसगढ़ के उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने कहा है कि राज्य के बस्तर अंचल के लोगो की दिक्कतों और समस्याओं को समझकर उनकी तकलीफ दूर करने के लिए गठित बस्तर विकास प्राधिकरण अपनी अहम भूमिका निभा रहा है।

बस्तर जिले के प्रभारी मंत्री लखमा आज दंतेवाड़ा जिले के जावंगा आडिटोरियम में आयोजित बस्तर विकास प्राधिकरण की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।उन्होने बैठक में किसानों को सिंचाई सुविधा दिलाने के लिए उनके नलकूपों का समय-सीमा पर विद्युत कनेक्शन देने, सुराजी गांव योजना के गौठानों में आर्थिक गतिविधियां संचालित किए जाए, जिसमें महिला समूहों को जोड़ने, वनांचल के युवाओं को लघु वनोपज संग्रहण और प्रसंस्करण सहित विभिन्न कार्यों में रोजगार उपलब्ध कराने पर विशेष ध्यान देने, सभी पात्र लोगों को वनाधिकार मान्यता पत्र देने, जल जीवन मिशन के कार्यों में और अधिक गति लाने संबंधी बातें कही। इसके साथ ही उन्होंने जल जीवन मिशन के पूर्ण कार्यों को स्थानीय जनप्रतिनिधियों को अवलोकन कराने के भी निर्देश दिए।

प्रभारी मंत्री श्री लखमा ने बैठक में शहीद वीर नारायण सिंह स्वावलंबन योजना की प्रगति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के किसानों के नलकूपों के ऊर्जीकरण, नलकूप खनन कार्य, सिंचाई नलकूप एवं चैन लिंक फैनसिंग कार्य तथा अनुसूचित जनजाति वर्ग को वनोपज, कृषि उपज आधारित प्रसंस्करण इकाई की स्थापना की स्वीकृति के संबंध में चर्चा की। उन्होंने निर्माण कार्यों की समीक्षा में प्राधिकरण मद से वर्ष 2004 से 2021-22 तक स्वीकृत अपूर्ण कार्यों को जल्द पूर्ण कराने के निर्देश दिए। सभी समाजों के लिए भवनों की स्वीकृति तथा जमीन आबंटन की भी जानकारी ली।

उन्होंने कहा कि बस्तर संभाग के जिलों में सांस्कृतिक धरोहरों एवं आदिवासी संस्कृति के अभिलेखीकरण के कार्यों को समय-सीमा में पूर्ण करवाएं। साथ ही दर्शनीय, ऐतिहासिक, धार्मिक, पर्यटन स्थलों के पर्यावरणीय संरक्षण के साथ-साथ स्थानीय युवाओं को पर्यटन समिति के माध्यम से रोजगार के अवसर उपलब्ध कराएं। विधायक श्री चंदन कश्यप, श्री अनुप नाग और श्रीमती देवती कर्मा ने भी अपने क्षेत्र की समस्याओं को बैठक में रखा। मनोनीत सदस्यों और जिला पंचायत अध्यक्षों ने भी अनेक उपयोगी सुझाव दिए।

बैठक में प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री लखेश्वर बघेल, उपाध्यक्ष श्री विक्रम मण्डावी, सांसद बस्तर श्री दीपक बैज, कांकेर सांसद श्री मोहन मंडावी, संसदीय सचिव रेखचन्द जैन और श्री शिशुपाल शोरी, छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष श्री चंदन कश्यप, विधायक श्रीमती देवती कर्मा, श्री राजमन बेंज़ाम, श्री अनुप नाग उपस्थित थे।