रायपुर 27 नवम्बर।छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके ने युवाओं से कहा कि यदि वे दृढ़ संकल्प के साथ और मन में विश्वास लेकर कार्य करेंगे तो जीवन में हमेशा सफल होंगे। युवाओं को अपनी आकांक्षाओं के साथ ही राष्ट्र की सेवा और प्रगति के बारे में भी सोचना होगा।
राज्यपाल ने आज डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी अंतर्राष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, नया रायपुर में आयोजित द्वितीय दीक्षांत समारोह में यह विचार व्यक्त करते हुए कहा कि डिग्री प्राप्त करना सिर्फ अच्छी तनख्वाह पाने वाले नौकरी के रूप में न जाना जाए बल्कि देश की मूलभूत समस्याओं के समाधान के लिए भी अपने ज्ञान का उपयोग करना चाहिए। उक्त उद्गार व्यक्त की।
समारोह में उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमेश पटेल, पूर्व निदेशक आई.आई.टी. खड़गपुर प्रोफेसर दामोदर आचार्य (वर्चुअल रूप से), सौरभ श्रीवास्तव बोर्ड के अध्यक्ष उपस्थित थे। अतिथियों ने 04 पीएचडी धारकों को, 11 एमटेक विद्यार्थियों को और 223 बी.टेक विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की। इसके अलावा उत्कृष्ट कार्य के लिए विद्यार्थियों को स्वर्ण एवं रजत पदक भी प्रदान किए गए।
सुश्री उइके ने डिग्री एवं पदक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों को बधाई दी और कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश के लिए यह ऐतिहासिक क्षण है, जहां नवोदित और आदिवासी बाहुल्य राज्य में स्थापित संस्थान से उत्तीर्ण होकर राष्ट्र की सेवा के लिए विशेषज्ञ निकल रहे हैं। हम जानते हैं कि हमने बौद्धिक संपदा के दम पर पूरे विश्व में लोहा मनवाया है। सिंगापुर से सिलिकॉन वैली तक हमारे भारतीय ब्रांड एम्बेसडर रहे हैं, यहां तक कि विश्व के प्रमुख सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान के मुखिया के रूप में भी हमारे भारतीय युवा नेतृत्व करते रहे हैं।
उन्होंने कहा कि डाटा एनालिसिस जैसी नये विधा का उपयोग, जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण पर किया जा सकता है। इस पर शोध करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि डिजिटल इमेजिंग का उपयोग कृषि में उत्पादन बढ़ाने के लिए करें और इस पर अध्ययन करें कि किन क्षेत्रों में कौन सी फसल बोई जा रही है, कौन सा क्षेत्र कितना सिंचित है, पिछले कुछ सालों में वनों का प्रतिशत कितना बढ़ा है या घटा है।