नई दिल्ली 08 जुलाई।राष्ट्र ने जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के निधन पर शोक व्यक्त किया। सरकार ने एक दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिंजो आबे के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
राष्ट्रपति श्री कोविंद ने कहा कि श्री शिंजो एक महान राजनेता थे और वे इतने मिलनसार थे कि दुनियाभर में उन्हें पसंद किया जाता था। उनका निधन पूरी मानवता के लिए एक त्रासदी है।उपराष्ट्रपति श्री नायडू ने कहा कि श्री शिंजो आबे ने भारत-जापान संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
श्री मोदी ने कहा कि इस घटना से स्तब्ध हैं।उन्होने कहा कि आज का दिन मेरे लिए अपूर्णीय क्षति और असहनीय पीडा का दिन है। मेरे घनिष्ठ मित्र और जापान के पूर्व प्रधानमंत्री श्री शिंजो आबे अब हमारे बीच नहीं रहे हैं। आबे जी मेरे तो साथी थे ही वो भारत के भी उतने ही विश्वसनीय दोस्त थे। उनके कार्यकाल में भारत-जापान में उनके जो राजनीतिक संबंध थे हमारे, उनको नई ऊंचाई तो मिली ही, हमने दोनों देशों की साझी विरासत से जुडे रिश्तों को भी खूब आगे बढाया। आज भारत की विकास की जो गति है, जापान के सहयोग से हमारे यहां जो कार्य हो रहे हैं, इनके जरिए शिंजो आबे जी भारत के जन-मन में सालों तक बसे रहेंगे।
श्री मोदी ने बताया कि श्री आबे के सम्मान में कल भारत में एक दिन का राष्ट्रीय शोक रखा जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले कई वर्षों में गुजरात के मुख्यमंत्री के कार्यकाल के दौरान से ही उनके श्री आबे के साथ गहरे संबंध रहे और प्रधानमंत्री बनने के बाद भी यह मित्रता जारी रही है। श्री मोदी ने कहा कि अर्थव्यवस्था और अंतर्राष्ट्रीय मामलों में श्री आबे की गहरी समझ ने उन्हें प्रभावित किया।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि भारत-जापान संबंधों को मजबूत करने के श्री आबे के प्रयास सदैव याद किए जाएंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत ने एक करीबी मित्र खो दिया है और श्री आबे को उनकी कूटनीति के लिए सदैव याद किया जाएगा। सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि श्री आबे भारत के सच्चे मित्र थे और दुनिया ने एक लोकप्रिय राजनेता को खो दिया।