भारतीय आलराउंडर रवींद्र जडेजा ने कहा कि वह चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए मानसिक रूप से तैयार थे। पाकिस्तान के विरुद्ध सलामी बल्लेबाजों लोकेश राहुल और कप्तान रोहित शर्मा के जल्द आउट होने के बाद जडेजा बल्लेबाजी के लिए उतरे। उन्होंने हार्दिक पांड्या (नाबाद 33) के साथ पांचवें विकेट के लिए 52 रन की साझेदारी करके भारत को लक्ष्य तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।
जडेजा ने कहा, ‘मुझे पता था कि ऐसा हो सकता है। उनकी अंतिम एकादश को देखने के बाद मुझे पता था कि ऐसी स्थिति आ सकती है। मैं मानसिक रूप से तैयार था। सौभाग्य से मैंने टीम के लिए महत्वपूर्ण रन बनाए। मैं शीर्ष सात में बायें हाथ का अकेला बल्लेबाज था। कभी-कभी जब बाएं हाथ के स्पिनर और लेग स्पिनर गेंदबाजी कर रहे होते हैं तो बायें हाथ के बल्लेबाज के लिए जोखिम लेना आसान होता है।’
उन्होंने कहा, ‘मैं जब भी क्रीज पर उतरता हूं तो बस स्थिति के अनुसार खेलता हूं। टी-20 में आपके पास सोचने के लिए ज्यादा समय नहीं होता है। आपको बस मैदान पर उतरकर खुद को जाहिर करना होता है। मुझे बल्लेबाजी करते हुए रन बनाने होते हैं और जरूरत पड़ने पर विकेट दिलाने होते हैं।’ क्वालीफायर हांगकांग के विरुद्ध मैच के बारे में पूछे जाने पर जडेजा ने कहा,’हम सकारात्मक सोच के साथ हांगकांग के विरुद्ध खेलने जा रहे हैं और हम उन्हें हल्के में नहीं लेंगे।’
चेन्नई सुपर किंग्स के लिए आईपीएल में जडेजा का प्रदर्शन भूलने वाला था और चर्चा थी कि उन्हें आस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप के लिए चुना जाएगा या नहीं। यह पूछे जाने पर कि वह इस तरह की अफवाहों से कैसे निपटते हैं, जडेजा ने कहा,’बीच में तो खबर आई थी कि मैं मर गया हूं। इससे बड़ी खबर तो हो ही नहीं सकती। मैं ज्यादा नहीं सोचता। मुझे बस मैदान पर उतरकर प्रदर्शन करना है। मैं कड़ी मेहनत करता हूं और अपनी कमजोरियों में सुधार करता हूं, जो वास्तविक मैच स्थितियों में मदद करता है।’