चीन: बीते 24 घंटों में कोरोना के 6 हजार 395 मामले आए सामने, चेंगदू के अधिकांश जिलों में बढ़ा लाकडाउन..
कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) की शुरुआत चीन से हुई थी और अभी तक वो इस महामारी की चपेट से बाहर नहीं आ पाया है। चीन के दक्षिणी-पश्चिमी प्रांत सिचुआन की राजधानी चेंगदू में गुरुवार को अधिकांश जिलों में लाकडाउन को बढ़ा दिया है। यहां कोरोना वायरस संक्रमण के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। उम्मीद है कि लाकडाउन को आगे बढ़ाने से 2 करोड़ से ज्यादा लोगों में COVID-19 संक्रमण को आगे बढ़ने से रोका जा सकेगा।
स्थानीय प्रशासन ने बताया कि बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 116 मामले दर्ज किए गए, जो एक दिन पहले दर्ज हुए 121 मामलों से कम हैं। ऐसे में उम्मीद की जा रही थी कि बुधवार को लाकडाउन हटा दिया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि अभी संक्रमण के फैलने का खतरा बना हुआ है। ऐसे में लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लाकडाउन न हटाने का निर्णय लिया गया है।
भारत की बात करें, तो बीते 24 घंटों में कोरोना वायरस संक्रमण के 6 हजार 395 मामले सामने आए हैं। भारत में कोरोना संक्रमण की स्थिति काबू में है। पिछले काफी दिनों से कोरोना संक्रमण के मामले 10 हजार से कम दर्ज हो रहे हैं। संक्रमित लोगों की मौत के मामले भी बेहद कम हैं। ऐसे में यहां लाकडाउन की कोई संभावना नहीं है।
चेंगदू के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि लाकडाउन के दौरान सभी लोगों को कोरोना टेस्ट प्रतिदिन किया जा रहा है। हालांकि, इस दौरान अधिकारियों ने ये नहीं बताया कि लाकडाउन कब हटने की उम्मीद है। अधिकारियों ने बताया कि लोगों को कड़ी निगरानी में रखा जा रहा है। इस दौरान लोगों को लगातार टेस्ट किया जा रहा है। 9 सितंबर से 11 सितंबर के बीच फिर बड़े स्तर पर लाकडाउन के दौरान लोगों की जांच की जाएगी।
बता दें कि चेंगदू शहर में संक्रमण फैलने के कारण पिछले सोमवार से 90 प्रतिशन उड़ानों को ‘चेंगदू शुआंगली एयरपोर्ट’ से रद कर दिया गया था। चीन इस साल बेहद संक्रामक कोरोना के ओमिक्रोन वेरिएंट के संक्रमण को रोकने के लिए संघर्ष कर रहा है। इस दौरान कई शहरों पर विभिन्न स्तर से लाकडाउन लागू कर रहा है। अप्रैल और मई में दो महीने के लिए शंघाई में लाकडाउन लगाया गया था। शंघाई भी उन तथाकथित ‘डायनेमिक जीरो-कोविड नीति’ से प्रभावित होने वाले प्रमुख शहरों में से एक है, जहां संक्रमण को पूरी तरह से खत्म करने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।