Thursday , November 14 2024
Home / जीवनशैली / जान ले कितना गलत हैं लंबे समय तक अकेले रहना

जान ले कितना गलत हैं लंबे समय तक अकेले रहना

हर कोई अपनी आजादी की जिंदगी जीना चाहता हैं और अपने मनमुताबिक़ ना किसी की दखलअंदाजी, ना किसी काम में रोक-टोक के जीना चाहता हैं। इसके लिए कई लोग अकेले रहना पसंद करते हैं ताकि किसी ओर पर निर्भरता नहीं रहे। अकेले रहने वाले लोग रिलेशनशिप में आने से कतराते हैं ताकि किसी तरह की जिम्मेदारी औरझंझटो से बचते हुए लाइफ को अच्छी तरह से एंजॉय कर पाए। लेकिन आपको बता दें कि लंबे समय तक अकेले रहने का फैसला नुकसानदायक हो सकता हैं। जी हां, लंबे समय तक सिंगल, अकेले, अविवाहित रहने के कुछ मेंटल, फिजिकल और साइकोलॉजिकल नुकसान होते हैं जिनके बारे में हम आपको यहां बताने जा रहे हैं। आइये जानते हैं…

इमोशनली होते हैं कमजोर

किसी के साथ रहने से कई दिक्कतें अपने आप दूर हो जाती हैं। अगर आप किसी के साथ रिश्ते में रहते हैं तो एक-दूसरे की परेशानी बांट सकते हैं और सलाह लेकर उन्हें सॉल्व कर सकते हैं। अकेले रहने से सारी परेशानियां आपको खुद ही सुलझानी होती हैं। ऐसे में आप इमोशनल रूप से कमजोर हो जाते हैं। किसी का सहारा या साथ न होने पर आप जल्दी परेशान हो जाते हैं और छोटी-छोटी बातों पर रोना आ जाता है।

सबसे हो जाते हैं दूर

कई बार अकेले रहने से चिढ़-चिढ़ापन बढ़ जाता है। अकेले रहकर आप लोगों में घुलना-मिलना भूल जाते हैं। कई बार अकेले रहने की वजह से सबके साथ रहने की आपकी आदत छूट जाती है और किसी भी रिश्ते में आसानी से एडजस्ट नहीं कर पाते हैं। अकेले रहकर आप धीरे-धीरे घर, परिवार और समाज से भी दूर हो सकते हैं।

उम्र होती है कम

लंबे समय तक अविवाहित यानी सिंगल रहना मृत्यु दर का प्रमुख कारण है। अकेलापन आपकी सेहत के लिए उतना ही खतरनाक हो सकता है, जितना कि एक दिन में 15 सिगरेट पीना। लंबे समय तक अविवाहित रहने से हृदय रोग के कारण मृत्यु होने का रिस्क बढ़ जाता है। शोधकर्ताओं का मानना है कि जो लोग लंबे समय से सिंगल हैं, उनका जीवनकाल कई कारणों से छोटा हो सकता है। इनमें सेहत को अधिक लाभ नहीं होता है, लॉन्ग-टर्म रिलेशनशिप में नहीं होने से भावनात्मक और सामाजिक सपोर्ट की कमी होती है।

कम स्थिरता

हाल के एक अध्ययन के अनुसार, बहुत लंबे समय तक सिंगल रहने के मनोवैज्ञानिक परिणाम होते हैं जैसे भावनात्मक स्थिरता में कमी और आत्म-मूल्य में कमी। यह युवा लोगों के लिए सच नहीं हो सकता है, लेकिन रिपोर्ट में विस्तार से बताया गया है कि एक व्यक्ति जो एक विस्तारित अवधि के लिए सिंगल है या जो वयस्कता में है, रिश्ते की अनुपस्थिति में मानसिक रूप से पीड़ित होने की अधिक संभावना है।

रिलेशनशिप में नहीं कर पाते अडजस्ट

लंबे समय तक अकेले और सिंगल रहने वाले लोग बाद में रिलेशनशिप में आने पर बहुत समस्याएं झेलते हैं। उन्हें सामने वाले से रिश्ता बनाने और उनके साथ प्यार को जताने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसा इसलिए क्योंकि वे लंबे समय तक अकेले रहने के आदी हो चुके होते हैं और उन्हें इसकी आदत हो जाती है। ऐसे में किसी औऱ के साथ चीजों को शेयर करने पर उन्हें दिक्कत आती है।