इन्दौर 09 जनवरी।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रवासी भारतीयों के जीवन, संघर्ष और उपलब्धियों के संकलन की अपील की है।
श्री मोदी ने आज यहां प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन करते हुए यह विचार व्यक्त किया।आठ से दस जनवरी के बीच आयोजित इस सम्मेलन में दुनियाभर के करीब 70 देशों के प्रवासी भारतीय भाग ले रहे हैं। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने प्रवासी भारतीयों से भारत की अनूठी विश्व दृष्टि और वैश्विक व्यवस्था में उसकी महत्वपूर्ण भूमिका को सुदृढ करने का आह्वान किया।
उन्होने कहा कि..यहाँ उपस्थित प्रत्येक प्रवासी भारतीय अपने-अपने क्षेत्रों में असाधारण उपलब्धियों के साथ अपने देश की माटी को नमन करने आया है और ये प्रवासी भारतीय सम्मेलन मध्य प्रदेश की उस धरती पर हो रहा है, जिसे देश का हृदय क्षेत्र कहा जाता है। एमपी में माँ नर्मदा का जल, यहाँ के जंगल, आदिवासी परंपरा, यहाँ का आध्यात्म, ऐसा कितना कुछ है, जो आपकी इस यात्रा को अविस्मरणीय बनाएगा..।
श्री मोदी ने प्रवासी भारतीयों को मेक इन इंडिया, योग और आयुर्वेद, मिलेट्स, गृह उद्योग और हस्तशिल्प जैसे विषयों पर भारत का दूत बताया।उन्होने कहा कि आज दुनिया आशा और विश्वास के साथ भारत की ओर देख रही है इसलिए भारतवंशी हमारे देश के ब्रांड एम्बेसडर के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
इस अवसर पर सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी ने कहा कि प्रवासी भारतीयों को अमृतकाल में भारत के 25 वर्षों के विकास की रूपरेखा में शामिल किया जाना चाहिए। गयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास नीति की सराहना की।
विदेशमंत्री एस जयशंकर और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी समारोह को संबोधित किया।श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री वसुधैव कटुम्बकम के मंत्र से विश्व को एकसूत्र में बांधने का प्रयास कर रहे हैं।सम्मेलन का कल समापन होगा।राष्ट्रपति दौपर्दी मुर्मु समापन सत्र की अध्यक्षता करेंगी और प्रवासी भारतीय सम्मान प्रदान करेंगी।