बिलासपुर 18 जनवरी।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि राज्य में हर साल धान खरीद का नया कीर्तिमान बन रहा है। इस वर्ष अब तक 100 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा धान की खरीद की जा चुकी है।
श्री बघेल ने आज जिले की तखतपुर विधानसभा के खैरी गांव में भेंट-मुलाकात को सम्बोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार के गठन के बाद पहले साल 84 लाख मीट्रिक टन, दूसरे साल 93 लाख मीट्रिक टन, तीसरे साल 97 लाख मीट्रिक टन की खरीद की गई।किसानों को तीन दिन में ही धान का पैसा मिल जाता है। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से राजीव गांधी किसान न्याय योजना के बारे में पूछा और कहा कि अभी तीन क़िस्त दे चुके हैं, तीसरी क़िस्त दीवाली के समय दिए, चौथी क़िस्त 31 मार्च को देंगे।
उन्होने कहा कि सबकी आय में वृद्धि हो। किसान मजदूरों के बच्चों को भी अच्छी शिक्षा मिले, इसके लिए हमने स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोले। स्कूलों के जीर्णोद्धार, आईटीआई केंद्रों के उन्नयन के लिए हमने बजट में प्रावधान किया। हमारा यह प्रयास है कि सभी की आर्थिक उन्नति होनी चाहिए। आस्था केंद्रों के विकास के लिए हमने प्रयास किया। राम वन गमन पथ, हरेली तिहार, तीज पर्व पर अवकाश घोषित किया। फुगड़ी जैसे छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए पहली बार छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन किया गया।
श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ पहल राज्य है, जहां भूमिहीन मजदूरों को सालाना सात हजार रूपए की आर्थिक सहायता देने के लिए राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना प्रारंभ की गई है। छत्तीसगढ़ पहला राज्य है जहां कोदो-कुटकी और रागी समर्थन मूल्य पर खरीदा जा रहा है।
इसके पहले श्री बघेल ने छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन, माल्यार्पण एवं राज्य गीत “अरपा पैरी के धार“ के साथ भेंट-मुलाकात कार्यक्रम की शुरूआत की। राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल और संसदीय सचिव रश्मि आशीष सिंह भी इस अवसर पर उपस्थित थीं।