नई दिल्ली 07 जनवरी।वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि चुनावी बॉन्ड योजना से देश में राजनीतिक दलों के चंदे के स्रोतों के बारे में पारदर्शिता आएगी।इससे राजनीतिक चंदे की प्रक्रिया स्वच्छ होगी।
श्री जेटली ने फेसबुक पर अपने पोस्ट में चुनावी बॉन्ड योजना के फायदों का जिक्र करते हुए कहा हैं कि राजनीतिक दलों को चंदा देने का सबसे अच्छा तरीका चेक या ऑनलाइन भुगतान है।उन्होंने कहा कि नई योजना से स्थिति में बदलाव आएगा।
उन्होने बताया कि चंदा देने वाला कोई भी व्यक्ति निर्दिष्ट बैंकों से इन बॉन्डों की खरीद कर सकता है लेकिन उसे खरीदे गए चुनावी बॉन्ड का ब्यौरा देना होगा।राजनीतिक दलों को भी चुनावी बॉन्डों के जरिए हासिल चंदे की राशि के बारे निर्वाचन आयोग को बताना होगा।
श्री जेटली ने कहा कि..इसके पीछे उद्देश्य ये है कि जो चुनाव की और राजनीतिक दलों की फंडिंग मैकेनिज्म है उनको ट्रांसपेरेन्ट और साफ किया जाए। इस व्यवस्था को बदलने के लिए जो वैकल्पिक व्यवस्था बनाई है वो इलेक्ट्रॉरल बॉण्डस की है।राजनैतिक दल जो रजिस्टर्ड होंगे इलेक्शन कमीशन के साथ और जिनको पिछले चुनाव में कम से कम वन परसेंट वोट मिलना चाहिए, वही इलिजेबल होंगे। हर राजनैतिक दल को एक नोटिफाइड बैंक एकाउंट देना पड़ेगा चुनाव आयोग को और ये इलेक्टोरल बॉण्ड केवल उसी बैंक एकाउंट में कैश हो पाएंगे..।