रायपुर 14 जून।छत्तीसगढ़ में भी भाजपा ने आपरेशन लोटस की कोशिश की थी।मुख्यमंत्री के पद की दौड़ में पिछड़ने के बाद एक समय असन्तुष्ट माने जाने वाले स्वास्थ्य मंत्री डी.एस.सिंहदेव ने यह दावा करते हुए कहा कि भाजपा के शीर्ष नेताओं ने उन्हे कांग्रेस छोड़ने और भाजपा में शामिल होने का आफर दिया था लेकिन उन्होने कांग्रेस छोड़ने से मना कर दिया था।
श्री सिंहदेव ने कांग्रेस के अम्बिकापुर में कल आयोजित संभागीय कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में राज्य की प्रभारी कांग्रेस महासचिव कुमारी सैलेजा एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मौजूदगी में यह खुलासा किया कि भाजपा की ओर से उन्हे तोड़ने की कोशिश हुई थी।उन्होने बताया कि कुछ केन्द्रीय मंत्रियों ने मध्यस्थ बनकर उन पर बार बार दबाव बनाया कि वह भाजपा की टाप लीडरशिप से मिल ले।
उन्होने बताया कि उनकी भाजपा के टाप लीडरशिप से दिल्ली के एक होटल में मुलाकात भी हुई लेकिन मैंने उनसे कांग्रेस छोड़ने से मना कर दिया।उन्होने कहा कि वह जीवन भर कांग्रेस में ही रहेंगे और जिस दिन काम करने की परिस्थितियां उनके अनुकूल नही रहेंगी वह घर बैठना पसन्द करेंगे।उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री श्री बघेल ने उनके सम्बन्ध सदैव बेहतर रहे है,और दोनो एक दूसरे के प्रति आदरभाव रखते है।
श्री सिंह ने भाजपा के अलावा कुछ अन्य दलों के लोगों ने उनसे सम्पर्क किया था,लेकिन उन्होने सभी से विनम्रतापूर्वक यह कहते हुए मना कर दिया कि वह कांग्रेस नही छोड़ेंगे।
दरअसल मुख्यमंत्री पद की दौड़ में पिछड़ गए श्री सिंह श्री बघेल के ढ़ाई वर्ष के कार्यकाल को पूरा करने के बाद पुनः सक्रिय हुए थे और उन्होने अपनी दावेदारी आलाकमान के समझ रखी थी।जब उनकी दावेदारी की बात नही बनी तो उनके असन्तुष्ट होने की बाते खुलकर सामने आई थी।माना जा रहा हैं कि उस दौरान ही उन्हो कांग्रेस छोड़ने का आफर मिला रहा होगा।