रायपुर 18 अगस्त।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने राजधानी रायपुर में सौ-सौ बिस्तरों वाले दो वृद्धाश्रमों का निर्माण किए जाने की घोषणा करते हुए कहा है कि इनके निर्माण पर लगभग पांच करोड़ रूपए की लागत आयेगी।
डा.सिंह ने आज यहां माना कैम्प में महिला विस्थापित गृह ’परमाश्रय’ का लोकार्पण करते हुए यह घोषणा की।भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण द्वारा लगभग दो करोड़ रूपए की लागत से 100 बिस्तरों वाले इस सर्वसुविधा युक्त महिला विस्थापित गृह का निर्माण निगमित सामाजिक दायित्व (सीएसआर) योजना के अंतर्गत किया गया है।
उन्होंने भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा निर्मित परमाश्रय स्थल की प्रशंसा करते हुए कहा कि बांग्लादेश से विस्थापित होकर आए परिवारों को छत्तीसगढ़ ने परिवार भाव से अपने बुजुर्गों की तरह अपनाया। उनकी सामाजिक -सांस्कृतिक विरासत भी उनके साथ रहे। यह प्रबंध भी किया।उन्होने कहा कि इनके अलावा राजधानी रायपुर में सौ-सौ बिस्तरों वाले दो वृद्धाश्रमों का और निर्माण लगभग पांच करोड़ रूपए की लागत से किया जाएगा।
डा.सिंह ने बताया कि माना कैम्प के विस्थापित परिवारों के लिए 108 गुमटियां बनकर तैयार हो गई हैं। अब शरणार्थी परिवारों के लिए 3 लाख 22 हजार रूपए की राशि स्वीकृत की गई है। उन्होंने कहा कि जल्द ही माना कैम्प में 100 बिस्तरों वाले अस्पताल का शुभारंभ भी होगा। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने वृद्ध महिलाओं को साड़ियों का वितरण कर उनका अभिवादन किया।
लोकसभा सांसद रमेश बैस ने इस अवसर पर कहा कि यदि किसी का थोड़ा सा दुःख बांट लें तो दुःख हल्का हो जाता है। इस सर्वसुविधा युक्त परमाश्रय गृह से विस्थापित परिवारों की वृद्ध महिलाओं को एक सुविधाजनक और घर जैसा स्थान मिल रहा है। राज्य सभा सांसद डॉ. भूषणलाल जांगड़े और श्रीमती छाया वर्मा और नगर पंचायत माना कैम्प के अध्यक्ष श्री श्यामा प्रसाद चक्रवर्ती भी उपस्थित थे।