भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि भारत के पूर्वी क्षेत्रों में जून 2023 के महीने में सबसे ज्यादा गर्मी रही।IMD के अनुसारलंबे समये तक चलने वाली तेज गर्मी ने पश्चिम बंगाल ओडिशा बिहार पूर्वी उत्तर प्रदेश झारखंड छत्तीसगढ़तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना को 11 से 19 दिनों तक सबसे ज्यादा प्रभावित किया।

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बताया कि भारत के पूर्वी क्षेत्रों में इस साल जून महीने में सबसे ज्यादा गर्मी रही। यह हिस्से लू से सबसे ज्यादा प्रभावित रहे। इस क्षेत्र में सामान्य दिनों की तुलना में काफी अधिक गर्मी देखी गई। IMD ने 4 जुलाई को एक ट्वीट कर इसकी जानकारी दी।
11 से 19 दिनों तक प्रभावित रहे यह राज्य
IMD के अनुसार, लंबे समये तक चलने वाली ने पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना को 11 से 19 दिनों तक सबसे ज्यादा प्रभावित किया। इसके बाद 7-9 दिनों तक असामान्य रूप से तीव्र गर्मी पड़ी, जिससे भारत के पड़ोसी मध्य क्षेत्र पूर्वी मध्य प्रदेश और विदर्भ में बाढ़ आई।
आईएमडी ने अपने ट्वीट में कहा, ‘यह गर्मी 11-19 दिनों तक कुछ क्षेत्रों में देखा गया, जिसमें मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना शामिल थे, इसके बाद भारत के निकटवर्ती मध्य भागों में 7-9 दिनों तक तीव्र गर्मी देखी गई, जिसमें पूर्वी मध्य प्रदेश शामिल था।
IMD का केरल में बारिश का अलर्ट
आईएमडी ने अगले तीन से पांच दिनों के लिए केरल में अलग-अलग स्थानों पर मध्यम से अत्यधिक बारिश का अलर्ट जारी किया। अगले 5 दिनों के दौरान क्षेत्र में मध्यम से व्यापक वर्षा के साथ कुछ स्थानों पर भारी वर्षा जारी रहने की संभावना है।
अगले 3 दिनों के दौरान इस क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा जारी रहने की संभावना है। औसत समुद्र तल पर मानसून ट्रफ अब गंगानगर, दिल्ली, अलीगढ़, हमीरपुर, प्रयागराज, डाल्टनगंज, बालासोर से होकर दक्षिण-पूर्व की ओर मध्य बंगाल की खाड़ी तक जा रही है।
केरल के दो जिले के लिए रेड अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने सोमवार को केरल में भारी की और केरल के दो जिलों के लिए रेड अलर्ट, साथ ही 11 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट की घोषणा की है। IMD के मुताबिक, आने वाले पांच दिनों में राज्य में व्यापक बारिश, कुछ स्थानों पर भारी बारिश और कुछ दिनों में बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। बारिश की गंभीरता को देखते हुए जिला-स्तरीय और तालुक-स्तरीय आपातकालीन परिचालन केंद्रों को चौबीसों घंटे काम करने का निर्देश दिया गया है।
सीएम पिनाराई विजयन ने दिए निर्देश
सीएम पिनाराई विजयन ने एक फेसबुक पोस्ट में बताया की राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र को विभिन्न विभागों और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल के प्रतिनिधियों के साथ संचालित किया गया है। पोस्ट में आगे कहा गया है कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की सात टीमों को आपातकालीन उपयोग के लिए इडुक्की, पथानामथिट्टा, मलप्पुरम, वायनाड, कोझीकोड, अलाप्पुझा और त्रिशूर जिलों में तैनात किया गया है।
23 वर्षों में हीटवेव के सबसे अधिक घटनाएं
30 जून को आईएमडी ने कहा था कि इस साल भारत में 2019 और 2022 के बाद पिछले 23 वर्षों में हीटवेव और गंभीर हीटवेव की तीसरी सबसे अधिक घटनाएं हुईं। मौसम एजेंसी ने कहा कि इस गर्मी में हीटवेव और गंभीर हीटवेव की स्थिति 2019 में 578 एमएसडी (औसत मानक विचलन) और 2022 में 455 एमएसडी के बाद तीसरी सबसे अधिक थी।
इसके अलावा, आईएमडी के अनुसार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ और तेलंगाना सहित आसपास के मध्य भागों सहित देश के पूर्वी हिस्सों में सामान्य से ऊपर हीटवेव वाले दिन देखे गए।
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