Friday , November 15 2024
Home / MainSlide / रविचंद्रन अश्विन ने युवा खिलाड़ी यशस्वी जयसवाल की प्रशंसा की..

रविचंद्रन अश्विन ने युवा खिलाड़ी यशस्वी जयसवाल की प्रशंसा की..

जयसवाल ने डोमिनिका में वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले मैच में अपना टेस्ट डेब्यू किया। अश्विन ने कहा कि आप यशस्वी से यही उम्मीद कर सकते हैं वह बहुत तेज खिलाड़ी हैं और उम्मीद है कि वह अपने करियर में दूर तक जाएंगे। साथ ही उन्होंने अपनी गेंदबाजी की प्रशंसा भी की।

This image has an empty alt attribute; its file name is tr.jpg

 रविचंद्रन अश्विन (R Ashwin) ने युवा खिलाड़ी यशस्वी जयसवाल (Yashasvi Jaiswal) की प्रशंसा की। जयसवाल ने डोमिनिका में वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले मैच (WI vs Ind) में अपना टेस्ट डेब्यू किया।

जयसवाल ने भारत के कप्तान रोहित शर्मा के साथ मिलकर एक घंटे से ज्यादा समय तक अच्छा खेल दिखाया, जहां दोनों ने टीम के लिए पहले दिन का खेल खत्म होने तक 80 रन जोड़े। ऐसे में गेंदबाजी में शानदार प्रर्दशन करके पांच विकेट लेने वाले आर अश्विन ने यशस्वी की तारीफ की। 

यशस्वी पर बोले अश्विन-

अश्विन ने प्रसारणकर्ता चैनल से यशस्वी के डेब्यूपर बात करते हुए कहा कि “आखिरी ओवर की पहली गेंद पर यशस्वी ने रिवर्स स्वीप किया। आप उनसे यही उम्मीद कर सकते हैं, वह बहुत तेज हैं और उम्मीद है कि वह दूर तक जाएंगे। हम अपनी तरफ से उनके लिए अच्छा माहौल बनाए रखने की उम्मीद करते हैं।

अश्विन ने पहली पारी का लिया आनंद-

इसके बाद अश्विनने अपने प्रदर्शन पर भी बात की। उन्होंने कहा कि टीम ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। पहले सत्र में पिच में नमी थी। गेंद धीमी हो गई और थोड़ा ज्यादा स्पिन करने लगी। निजी तौर पर मैंने अपने पहले स्पैल का आनंद लिया और बाद में थोड़ा और अनुकूलन करना पड़ा। पिच को देखकर आश्चर्य नहीं हुआ, मुझे उम्मीद है कि यह थोड़ी और सूखी होगी। वेस्टइंडीज के मेरे पिछले दौरों में जब गेंद स्पिन करती थी, तो यह धीमी भी हो जाती थी।

अश्विन ने रचा इतिहास-

अश्विन ने आगे कहा कि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण विशेषता है। इतनी सारी लीग के साथ, हम लीग के प्रदर्शन से प्रभावित हो सकते हैं, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट का मतलब हर समय खुद को और बेहतर बनाना है। बता दें कि वेस्टइंडीज के खिलाफ अश्विन ने पांच विकेट लेकर अंतरराष्ट्रीय करियर के 700 विकेट (Ashwin International wickets) पूरे किए। इससे पहले भारत की ओर से अनिल कुंबले और हरभजन सिंह इस मुकाम तक पहुंच सके हैं।