योगनगरी रेलवे स्टेशन बनने के बाद ऋषिकेश रेलवे स्टेशन के अस्तित्व को लेकर सवाल उठने लगे थे। कोई भविष्य में इस रेलवे स्टेशन को गुड्स यार्ड में बदलने तो कोई इसे तोड़कर रेलवे की आवासीय का कॉलोनी बनाए जाने की बात कर रहा था। लेकिन अब इन बातों पर विराम लग गया है।
अब ऋषिकेश रेलवे स्टेशन से लंबी बोगी वाली ट्रेन संचालित हो सकेंगी। रेलवे की ओर से प्लेटफार्म विस्तारीकरण का काम शुरू कर दिया है। प्लेटफार्म के साथ ट्रैक का विस्तारीकरण किया जा रहा है। विस्तारीकरण के बाद यहां से 22 बाेगी वाली ट्रेन का संचालन हो सकेगा। अभी तक यहां से 16 बोगी वाली ट्रेन ही संचालित होती हैं।
ऋषिकेश रेलवे स्टेशन से लंबी दूरी की तीन ट्रेन और दो लोकल ट्रेन का संचालन होता है। योगनगरी रेलवे स्टेशन बनने के बाद ऋषिकेश रेलवे स्टेशन के अस्तित्व को लेकर सवाल उठने लगे थे। कोई भविष्य में इस रेलवे स्टेशन को गुड्स यार्ड में बदलने तो कोई इसे तोड़कर रेलवे की आवासीय का कॉलोनी बनाए जाने की बात कर रहा था। लेकिन अब इन बातों पर विराम लग गया है। यहां से हेमकुंड एक्सप्रेस, श्रीगंगानगर एक्सप्रेस, बाड़मेर एक्सप्रेस का संचालन होता है। दो लोकल ट्रेन भी चलती हैं।
ट्रैक और प्लेटफार्म बनने में करीब तीन महीने का समय लगेगा
रेलवे स्टेशन का प्लेटफार्म लंबा न होने के कारण यहां से संचालित होने वाली ट्रेन में हरिद्वार से अतिरिक्त बोगी जोड़ी जाती हैं। रेलवे स्टेशन का विस्तार होने के बाद यहां 22 बोगी वाली ट्रेन का संचालन होगा। रेलवे प्लेटफार्म का विस्तारीकरण स्टेशन से ग्रेफ कार्यालय की ओर से 100 मीटर और हरिद्वार की ओर से 150 मीटर लंबा ट्रैक बनेगा। ट्रैक और प्लेटफार्म बनने में करीब तीन महीने का समय लगेगा।
ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पर ज्यादा बोगी वाली ट्रेन का संचालन करने के लिए प्लेटफार्म और ट्रैक को लंबा किया जा रहा है। रेलवे स्टेशन से दोनों ओर कुल 250 मीटर लंबा प्लेटफार्म और ट्रैक बनाया जाएगा। ट्रैक बनने के विद्युतीकरण और सिग्नल का होगा।