लखनऊ: किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी है। केंद्र सरकार ने रबी विपणन वर्ष 2024-25, गेहूं का समर्थन मूल्य (एमएसपी) 2275 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया है। 2023-24 से 150 रुपये बढ़ाए हैं। प्रदेश में 15 मार्च से गेहूं खरीद शुरू होगी। इस बार 15 दिन पहले सरकारी केंद्र खुलेंगे। लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार का ये फैसला किसानों के लिए बड़ी सौगात है।
इस बार गेहूं खरीद 15 मार्च से शुरू होगी। सरकार 2275 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं खरीदेगी। वर्ष 12023-24 में समर्थन मूल्य 2125 रुपये प्रति क्विंटल था। इसमें 150 रुपये की बढ़ोतरी की है। गेहूं बिक्री के लिए किसानों को खाद्य विभाग की वेबसाइट www.fes.up.gov.in पर पंजीयन करना होगा। जिन किसानों ने विपणन वर्ष 2023-24 में धान बिक्री का पंजीयन कराया है तो उन्हें पंजीयन नहीं कराना होगा, लेकिन प्रपत्र में गेहूं के रकबे की घोषणा कर पुनः लॉक कराना होगा। धान केंद्रों पर पंजीकरण व नवीनीकरण निःशुल्क करा सकते हैं।
समर्थन मूल्य तय होने के साथ गेहूं खरीद का प्रस्ताव आ गया
अपर आयुक्त (विपणन) खाद्य एवं रसद विभाग राजीव मिश्रा ने बताया कि समर्थन मूल्य तय होने के साथ गेहूं खरीद का प्रस्ताव आ गया है। केंद्र ने गेहूं खरीद 2024-25 का समर्थन मूल्य निर्धारित किया है।
2015-16 के बाद सबसे ज्यादा हुई बढ़ोतरी
गेहूं के एमएसपी में मौजूदा बढ़ोतरी 2015-16 के बाद सबसे ज्यादा है। इससे पिछले चार विपणन सत्रों – 2017-18, 2018-19, 2019-20 और 2023-24 में गेहूं के एमएसपी में 100 से 110 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई थी। खाद्य मुद्रास्फीति पर गेहूं एमएसपी वृद्धि के प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर मंत्री ने कहा कि भारत ने कोविड महामारी के दौरान और उसके बाद मुद्रास्फीति को नियंत्रण में रखा है। मंत्री के अनुसार, जौ का एमएसपी इस वर्ष के 1,735 रुपये से 115 रुपये बढ़ाकर 2024-25 के लिए 1,850 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। रबी सत्र की दालों में आगामी विपणन सत्र के लिए चने का एमएसपी 105 रुपये बढ़ाकर 5,440 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है, जो 2023-24 के लिए 5,335 रुपये प्रति क्विंटल है।