रायपुर 20 जनवरी।उत्तरप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा हैं कि विधानसभा चुनकर भेजने वाले मतदाताओं की अपेक्षा पर खरे उतरना विधायकों का दायित्व हैं।
श्री महाना ने आज यहां छत्तीसगढ़ विधानसभा के नवनिर्वाचित विधायकों को विधानसभा की कार्यप्रणाली एवं संसदीय प्रक्रियाओं से अवगत कराने के लिए दो दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत प्रक्रिया तय है। सबकी सीमाएं तय है। आम जनता ने हमें चुनकर विधानसभा भेजा है। हमें उनकी अपेक्षाओं पर खरा उतरना है। जीतने के बाद जनता के विश्वास में कैसे खरा उतरना है, इस दिशा में हमें सदैव कार्य करना होगा।
उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ की 90 सदस्यीय विधानसभा में 50 विधायक पहली बार चुनकर आए हैं। उन्हें जनता से मिलने के लिए समय और स्थान निर्धारित करना पड़ेगा। जनता से परस्पर संवाद भी कायम रखना पड़ेगा। जब आप विधायक चुने गए हैं, तो आप पर सब जनता की निगाह रहती है। एक चुने गए प्रतिनिधि को ना तो किसी की आलोचना की चिंता करनी चाहिए और ना ही प्रशंसा की चिंता। उन्होंने कहा कि एक परिवार को साथ लेकर चलने में कितनी कठिनाई होती है।
श्री महाना ने नवनिर्वाचित विधायकों को ध्यानाकर्षण सूचना, स्थगन प्रस्ताव एवं लोक महत्व के विषय पर व्याख्यान दिया।इस मौके पर उपमुख्यमंत्री अरूण साव, संसदीय कार्य मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, उत्तर प्रदेश विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप दुबे भी उपस्थित थे।