नए निर्देशों के तहत अब नेपाल के नागरिक प्रति डिजिटल लेनदेन के जरिये 2 लाख रुपये भारत से नेपाल भेज सकते हैं। इसके अलावा वॉक-इन ग्राहक प्रति लेनदेन 50,000 रुपये भेज सकते हैं।
भारत में नेपाल के राजदूत शंकर प्रसाद शर्मा ने शनिवार को भारतीय रिजर्व बैंक के नए दिशानिर्देशों की सराहना करते हुए कहा कि नए निर्देशों से भारत-नेपाल के बीच डिजिटल वित्तीय सेवाओं का विस्तार होगा। नए निर्देशों के तहत अब नेपाल के नागरिक प्रति डिजिटल लेनदेन के जरिये 2 लाख रुपये भारत से नेपाल भेज सकते हैं। इसके अलावा वॉक-इन ग्राहक प्रति लेनदेन 50,000 रुपये भेज सकते हैं।
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि नेपाल में यूपीआई की सुविधा के लिए यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस-नेपाल क्लियरिंग हाउस लिमिटेड का जल्द उद्घाटन किया जाएगा। इसके बाद भारत-नेपाल के बीच नकदी ले जाने असुविधा खत्म हो जाएगी। आरबीआई के नए निर्देशों के मुताबिक, नेपाली खाताधारकों को प्रति लेनदेन 2 लाख रुपये भेजने की अनुमति दी गई है।
इसके अलावा ग्राहक साल में 12 बार व्यक्तिगत रूप से उपस्थिति होकर 50,000 रुपये की राशि नेपाल भेज सकते हैं। जून 2023 में, एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (एनआईपीएल) और नेपाल क्लियरिंग हाउस लिमिटेड (एनसीएचएल) ने भारत के यूपीआई और नेशनल पेमेंट्स इंटरफेस को एकीकृत करके दोनों देशों के बीच सीमा पार डिजिटल भुगतान की सुविधा शुरू करने का एलान किया था। इसे नेपाल में एनपीआई नाम दिया जाएगा।