जिला कोषालय अधिकारी कार्यालय पर ठेकेदारों से बिल का भुगतान करने के एवज में एक प्रतिशत राशि रिश्वत में मांगने का गंभीर आरोप लगा है। सरपंच, जनपद सदस्यों ने कार्यालय में पदस्थ बबीता शर्मा पर ये गम्भीर आरोप लगाया है। साथ ही जनप्रतिनिधियों ने कहा है कि रुपए न देने पर कोई न कोई कारण बताकर बिल का भुगतान रोक दिया जाता है जिससे वे काफी परेशान हैं।
विभिन्न शासकीय योजनाओं और कार्यालय में संचालित निर्माण कार्य की वह योजनाएं जिनका काम या तो पंचायत या ठेकेदारी प्रथा में होता है उनका भुगतान जिला कोषालय कार्यालय अंतिम भुगतान के लिए पहुंचता है। जिला कोषालय कार्यालय में पदस्थ कर्मचारियों पर बिल पास करने के दिवस में कुल राशि का एक प्रतिशत रुपए लेने का आरोप लगा है। दरअसल, जिला कोषालय कार्यालय में पदस्थ एक महिला कर्मचारी पर एक प्रतिशत राशि लेने का यह गंभीर आरोप जिले के सरपंच एवं जनपद सदस्यों ने लगाया है।
उनका कहना है कि जिला कोषालय कार्यालय में पंचायत द्वारा किए गए कार्यों का बिल जब भुगतान के लिए आता है। तब कार्यालय में पदस्थ कर्मचारियों बिल में ऑब्जेक्शन लगाते हैं यह ऑब्जेक्शन तब तक रहता है जब तक कि उन्हें एक प्रतिशत की राशि नहीं मिल जाती। पहले भी उन्होंने इस तरह का भुगतान किया है। पर लगातार राशि मांगना सही नहीं है, अब जनप्रतिनिधि जिला कोषालय अधिकारी और कार्यालय में पदस्थ कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर मोर्चा खोल दिए हैं।