रायपुर 20 जुलाई।कई दिनों से गंभीर रूप से बीमार चल रहे छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व मंत्री रामचन्द्र सिंहदेव का आज भोर में निधन हो गया।
श्री सिंहदेव स्थानीय कोरिया कुमार’ के नाम से मशहूर वरिष्ठ कांग्रेस नेता रामचंद्र सिंहदेव उत्तर छत्तीसगढ़ में पूर्ववर्ती कोरिया राज्य के राजकुमार थे। उन्होंने राजघराने में अपना जीवन जिया पर आम लोगों के बहुत करीब रहे। फोटोग्राफी की शौक ने उन्हें काफी लोक प्रिय बनाया। कोरिया में कोल राजा का राज्य था जो एक पहाड़ पर रहते थे जिसे कोरियागढ. के नाम से जाना जाता था।
डा सिंहदेव अपने पिता से बहुत अधिक प्रभावित है। उनके सम्पूर्ण जीवन में उनके पिता की अनूठी छाप रही है। उनके पिता 1924 में इलाहाबाद से स्नातक किये, यह उस समय की एक असाधारण बात थी 1925 में वे महाराजा की गद्धी पर आसीन हुए। 13 फ़रवरी 1930 को बैंकुंठपुर में जन्में रामचंद्र सिंहदेव ने अपनी प्रारंभिक पढाई रायपुर के राजकुमार कॉलेज से पूरी करने के बाद कॉलेज की पढाई इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पूरी की। उन्होंने विज्ञान में स्नातकोत्तर की डिग्री ली। बाद में जीवन विज्ञान में डॉक्टरेट डिग्री (पीएचडी) की उपाधि भी ली। डॉ.रामचंद्र सिंहदेव के सहपाठी नारायण दत्त तिवारी रहे थे। जबकि पूर्व प्रधानमंत्री वी.पी सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह उनके जूनियर रहे है।
राजनीति में भी उन्होंने निष्ठा पूर्वक राजनीति करने वालों को पसंद करते थे। श्री सिंहदेव की समाजवादी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पुरषोत्त्म लाल कौशिक से अच्छी दोस्ती थी। वे उनसे देश की राजनीति और आम लोगों के उत्थान से संबंधित मामलों में राय लेते थे। वे उनसे दिल्ली, भोपाल,रायपुर और महासमुंद में जाकर मुलाकाल कर घंटों बातचीत कर मामलों में मंथन करते थे।
डॉ. सिंहदेव अपने स्कूली शिक्षा के समय से ही सामाजिक कार्यो में जुड गये व निम्न कार्य किया। रायपुर के डगंनिया में दोस्तों के साथ श्रम दान देकर तालाब का निर्माण किया। मलेरिया, डायरिया आदि बिमारियो की दवार्इया गरीब बस्ती में जाकर बाटने का कार्य किया। अपने साथियो के साथ मिलकर रोज दो धंटे जेलो में जाकर कैदियों को शिक्षित करने का कार्य किया।