कानपुर में कृषि विभाग में नौकरी दिलाने का झांसा देकर कोतवाली के नारियल बाजार निवासी शोभा वर्मा से 1.90 लाख रुपये ठगने वाले शातिर को हरबंशमोहाल पुलिस ने पांच साल बाद कल्याणपुर के केसा चौराहे से गिरफ्तार कर लिया। वह फरार चल रहा था। डीसीपी पूर्वी ने उस पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
पुलिस ने जालसाज के पास से विभिन्न सरकारी पदों की पांच और कोर्ट की कई मोहरें, 16 फर्जी रोल नंबर की सीट, उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी चयन आयोग इलाहाबाद (प्रयागराज) समूह ग के दो आवेदनपत्र, उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से जारी आनंद कृष्ण के नाम से परिचय पत्र, 12 हजार रुपये बरामद किए हैं।
इंस्पेक्टर हरबंशमोहाल विनीत चौधरी ने बताया कि पकड़े गए आरोपी की पहचान मथुरा के नटवरनगर, मोतीकुंज निवासी संजय दुबे उर्फ उदित रंजन अवस्थी उर्फ आनंद कृष्ण के रूप में हुई है। जो वर्तमान में कल्याणपुर के मिर्जापुर में किराये के मकान में रहता था।
हरबंशमोहाल थाने में दर्ज कराई थी शिकायत
थाना प्रभारी ने बताया कि आठ अक्तूबर 2019 को कोतवाली के नारियल बाजार निवासी शोभा वर्मा ने हरबंशमोहाल थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। बताया था कि 31 जनवरी 2019 को वह नौकरी के सिलसिले में मुख्यमंत्री आवास गई थी। वहां उनकी मुलाकात उदित रंजन अवस्थी से हुई।
शोभा को एक फर्जी नियुक्ति पत्र दे दिया
उदित ने खुद को कृषि विभाग में अधिकारी बताते हुए क्लर्क की नौकरी लगवाने का झांसा दिया, जिसके एवज में 2.50 लाख रुपये की डिमांड रखी। शोभा ने उसे कई बार में 1.90 लाख रुपये दे दिए। इसके बाद उसने एक फर्जी नियुक्ति पत्र दे दिया। नियुक्तिपत्र लेकर ज्वॉइन करने पर फर्जी होने का पता चला।
पहचान पत्र दिखाकर देता था लोगों को झांसा
जालसाज ने बताया कि वह सीएम आवास और सचिवालय के आस पास घूमता रहता था। नौकरी की तलाश में आए लोगों को अधिकारी बताते हुए अपना परिचय पत्र दिखाकर झांसे में ले लेता था। इसके बाद उनसे डेढ़ से दो लाख रुपये ऐंठकर फरार हो जाता था। दूसरे व्यक्तियों के नाम पते से मोबाइल व सिम कार्ड का प्रयोग करता था।
एक दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज
जालसाज के खिलाफ शहर के कल्याणपुर, कोतवाली, हरबंशमोहाल के अलावा कन्नौज, कानपुर देहात के रूरा और लखनऊ के पारा और गौतमपल्ली थाने में आधा दर्जन से अधिक फर्जी दस्तावेज के सहारे धोखाधड़ी, धमकी, दुष्कर्म समेत अन्य आपराधिक मामले दर्ज हैं।
शारीरिक शोषण भी किया था
जालसाज ने बताया कि वर्ष 2020 में लखनऊ निवासी एक महिला को नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपये ऐंठ लिए थे। इसके बाद उसका शारीरिक शोषण भी किया था। महिला ने उसके खिलाफ लखनऊ के पारा थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी, जिसमें वह जमानत पर बाहर है। इसके बाद उसे फरार घोषित कर दिया गया था।