रायपुर 31 जुलाई।छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष देवजी भाई पटेल ने कहा कि यदि किसान खेती के साथ-साथ मछली पालन भी करें तो उनकी आर्थिक स्थिति में बड़ा बदलाव आ सकता है।
श्री पटेल आज यहां इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर एवं मत्स्यिकी विकास बोर्ड, हैदराबाद के संयुक्त तत्वावधान में “सफर मछलियों का प्रजनक प्रबंधन एवं उन्नत बीज उत्पादन” विषय पर आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण के समापन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।शासकीय कृषि महाविद्यालय के सभा कक्ष में आयोजित समापन समारोह की अध्यक्षता डॉ. ए. एल. राठौर, निदेशक विस्तार सेवायें, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर ने की।
डॉ.राठौर ने कहा कि इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण में मछलियों की सामान्य प्रजातियों के साथ-साथ रंगीन मछलियों के बीज उत्पादन तथा पालन के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई तथा व्यवाहरिक प्रशिक्षण दिया गया। यह प्रशिक्षण मत्स्य पालक कृषकों के लिए बहुत उपयोगी साबित होगा। मत्स्योद्योग विभाग के संयुक्त संचालक एस.के.त्रिपाठी ने भी प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों के 50 चयनित मत्स्य पालक कृषक शामिल हुए।प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को भारतीय मेजर कार्प एवं एक्ज़ोटिक कार्प की ब्रुड स्टॉक प्रबंधन एवं उनके प्रेरित प्रजनन पर विषय विशेषज्ञों द्वारा विस्तृत जानकारी दी गयी।