कानपुर नगर निगम शहर में पहली बार ऐसी सेंसरयुक्त स्ट्रीट लाइटें लगवा रहा है, जो अंधेरा होते ही स्वत: जलेंगी और सुबह होते ही बंद हो जाएंगी। इससे न सिर्फ बिजली की बर्बादी बचेगी, बल्कि लाइटें ऑन-ऑफ करने के लिए स्विचमैन की जरूरत भी नहीं पड़ेगी।
सेफ सिटी योजना के तहत नगर निगम करीब एक करोड़ रुपये से 35 सड़कों को रोशन करने के लिए पोल और एलईडी स्ट्रीट लाइटें लगवा रहा है। पोल 25-25 मीटर दूरी पर लगवाए जा रहे हैं। सर्वाधिक 75 पोल डबल पुलिया से नमक फैक्टरी चौराहे तक लगवाए जा रहे हैं।
इसकी लागत करीब नौ लाख रुपये है। इसी तरह शास्त्री चौक से बाईपास तक 50 पोल, गोविंदनगर में नंदलाल चौराहे से सीटीआई तक 50 पोल, शास्त्रीचौक से रतनलालनगर तक 25 पोल, अफीमकोठी से मिलेट्री कैंप पुलिस चौकी तक 50 पोल, श्यामनगर में वीरेंद्र स्वरूप स्कूल के पास से सुजातगंज तक 50 पोल लगवाए जा रहे हैं।
इन मार्गों में लग रहीं हैं सेंसरयुक्त स्ट्रीट लाइटें
- विजयनगर चौराहे से डबल पुलिया।
- डबल पुलिया से नमक फैक्टरी चौराहे तक सड़क के दोनों तरफ।
- सीटीआई से नंदलाल चौराहा।
- शास्त्रीनगर चौक से रतनलालनगर में दबौली मोड़ तक।
- शास्त्री चौक चौराहे से बाईपास तक।
- अफीमकोठी प्राइमरी स्कूल से जूही खलवा पुल होते हुए मिलिट्री कैंप पुलिस चौकी तक।
- श्यामनगर वीरेंद्र स्वरूप स्कूल से सुजातगंज मोड़ तक।
- श्यामनगर बाईपास से 56 भोग चौराहा तक सड़क के दोनों तरफ।
सेफ सिटी योजना के तहत शहर की 35 सड़कों पर पोल सहित सेंसर युक्त स्ट्रीट लाइटें लगवाई जा रही हैं। ये लाइटें रात होते ही ऑन हो जाएंगी और सुबह रोशनी शुरू होते ही ऑफ हो जाएंगी। इन्हें प्रमुख सड़कों पर लगाया जा रहा है। -आरके पाल, प्रभारी अधिकारी, मार्ग प्रकाश विभाग, नगर निगम