कोरबा 01 मई। केंद्रीय गृह मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता अमित शाह ने कांग्रेस पर आतंकवाद और नक्सलवाद का पोषण करने का आरोप लगाते हुए कि जब छत्तीसगढ़ में भूपेश कक्का की सरकार थी, वह नक्सलवाद को बढ़ावा देते रहे।
श्री शाह ने आज कोरबा संसदीय क्षेत्र के कटघोरा में एक चुनावी सभा में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने पाँच साल में झारखंड, ओड़िशा, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश से नक्सलवाद को समाप्त किया है और यह मोदी की गारंटी है कि छत्तीसगढ़ की सभी 11 सीटों पर भाजपा की जीत के साथ केंद्र में श्री मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार सरकार बनते ही दो साल में छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद का खात्मा कर देंगे।
उन्होने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बनने को लेकर कांग्रेस हमारे खिलाफ लड़ती रही है। कांग्रेस ने 71 साल से रामजन्मभूमि के मसले को अटकाने, लटकाने और भटकाने का काम किया। पिछली बार 11 में 9 सीटें देकर छत्तीसगढ़ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार बनाई और इन पाँच साल में केस भी जीता, भूमिपूजन भी कराया, मंदिर भी बनाया, और 22 जनवरी को श्रीरामलला के विग्रह की प्राण-प्रतिष्टा भी कर दी। हम उन भाग्यशाली लोगों में हैं, जिन्होंने पाँच सौ साल के बाद भगवान रामलला के ललाट पर सूर्यतिलक होते हुए देखा। श्री शाह ने कहा कि कांग्रेस को रामजन्मभूमि पर रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का न्योता दिया गया, परंतु कांग्रेस ने अल्पसंख्यकों और उनके वोट बैंक के डर से उस न्योते को दुत्कारा। आप तो रामलला के ननिहाल वाले हैं, जब कांग्रेस वाले वोट मांगने आएँ तो पूछना कि किस मुँह से वोट मांगने आए हो? रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का बहिष्कार करके कांग्रेस ने भगवान राम के ननिहाल और माँ शबरी की धरती छत्तीसगढ़ का घोर अपमांन किया है।
श्री शाह ने कहा कि कांग्रेस का एक सूत्र है- झूठ बोलो, जोर से बोलो, सार्वजनिक रूप से बोलो और बार-बार बोलो। आजकल कांग्रेस वाले एक झूठ बार-बार कह रहे हैं कि अगर श्री मोदी इस बार प्रधानमंत्री बने तो देश में आरक्षण खत्म कर देंगे। अपने नाम का फेक वीडियो बनाकर उसे वायरल करने के मामले का जिक्र करते हुए श्री शाह ने कहा कि 10 साल से श्री मोदी बहुमत में हैं, पर कभी आरक्षण नहीं हटाया, बल्कि बहुमत का उपयोग 370 हटाने के लिए किया, राम मंदिर बनाने के लिए किया, सीएए लाने के लिए किया, तीन तलाक हटाने के लिए किया और अब बहुमत का उपयोग छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद को खत्म करने के लिए करेंगे।