बरेली और आंवला लोकसभा क्षेत्र में मंगलवार को सुबह सात बजे से मतदान शुरू हुआ। मतदान को लेकर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। सोमवार शाम से ही जिले की सीमाओं पर नाकाबंदी कर दी गई। होटल, ढाबों की चेकिंग हुई। स्टेशन व सार्वजनिक स्थानों पर भी पुलिस ने निगरानी बढ़ा दी है।
सोमवार को पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया। जिले में चुनाव कराने के लिए पुलिस व पीएसी समेत करीब 17 हजार जवान तैनात किए गए हैं। इनमें 35 कंपनी अर्धसैनिक बल भी शामिल हैं। उत्तराखंड की सीमा में बहेड़ी व नवाबगंज से सटे इलाके पर बैरियर लगाकर चेकिंग की जा रही है। शहर से देहात तक सार्वजनिक स्थानों, होटलों व ढाबों की चेकिंग की गई।
जिले में शांतिपूर्वक चुनाव कराने के लिए दूसरे जिलों से भारी संख्या में पुलिस स्टाफ आया है। इसके साथ ही जिले के पुलिस अफसरों की पेशी व दफ्तरों के स्टाफ की भी चुनाव में ड्यूटी लगा दी गई है। आईजी दफ्तर के कई कर्मचारी अफसरों के साथ ड्यूटी में लगाए गए हैं। सोमवार को पुलिस अफसरों के दफ्तर सूने पड़े रहे।
रूट डायवर्जन से परेशानी, लोगों ने पैदल किया सफर
रूट डायवर्जन की वजह से लोगों को कई किमी पैदल ही सफर तय करना पड़ा। इससे उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। परसाखेड़ा स्थित मतगणना स्थल के चारों तरफ कई किमी की सीमाएं सील किए जाने से लोगों को गंतव्य तक पहुंचने में दिक्कत का सामना करना पड़ा। मिनी बाईपास तिराहे से रामपुर रोड पर जाने वाले रास्ते के अलावा मथुरापुर अड्डा, झुमका तिराहा, टियूलिया अंडरपास, नदोसी अड्डा आदि जगह बैरियर लगे होने के चलते कई लोगों को पैदल ही दूर तक सफर तय करना पड़ा।