लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा के महामंत्री संगठन के साथ महत्वपूर्ण बैठक हुई जिसमें आगामी दो चरणों में विपक्ष के वार को कुंद करने की योजना बनी।
लोकसभा चुनाव के अंतिम दो चरणों में विपक्ष के संविधान बदलने और पिछड़ों व दलितों का आरक्षण खत्म करने से संबंधित सियासी वार को कुंद करने के लिए अब भाजपा के साथ संघ परिवार भी मोर्चा संभालेगा। इस संबध में बृहस्पतिवार को देर रात को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा के महामंत्री संगठन बी एल संतोष की मौजूदगी में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। जिसमें प्रदेश के मौजूदा सियासी माहौल में मतदान बढ़ाने के साथ ही विपक्ष द्वारा आरक्षण खत्म करने और संविधान बदलने को लेकर फैलाए जा रहे भ्रम को समाप्त करने की रणनीति पर चर्चा हुई।
मुख्यमंत्री आवास पर हुई संघ और भाजपा की बैठक में अंतिम दो चरणों के चुनाव में दलितों और पिछड़ों के बीच जाकर इन मुद्दों को लेकर स्थिति साफ करने पर भी सहमति बनी है। सूत्रों का कहना है कि इस काम में भाजपा के साथ ही संघ परिवार के कार्यकर्ता भी जुटेंगे। यह भी तय हुआ है की संघ और भाजपा मिलकर इन परिस्थितियों से निपटेंगे।
सूत्रों के मुताबिक इससे पहले बीएल संतोष और प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल ने काफी देर तक प्रदेश भाजपा मुख्यालय में मंत्रणा की। इसके बाद दोनों नेता मुख्यमंत्री के घर पर पहुंचे। इसके बाद वहां बैठक शुरू हुई जो एक घंटे से अधिक देर तक चली। सूत्रों का कहना है कि बैठक में अंतिम दो चरणों से जुड़ी 27 सीटों पर भाजपा की बढ़त बनाने और चुनाव को लेकर रणनीति पर चर्चा हुई।
खास तौर से विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे जातीय मुद्दो की वजह से सियासी समीकरण के प्रभावित होने के खतरे से निपटने की रणनीति पर भी चर्चा हुई। यह भी तय किया गया है कि संघ और भाजपा मिलकर चुनाव अभियान को अब और गति देंगे। खास तौर से दलित मतदाताओं पर फोकस करने की भी बात हुई है। बैठक के बाद बीएल संतोष ने अलग से मुख्यमंत्री के साथ भी विभिन्न विषयों को लेकर चर्चा की। बैठक में आरएसएस के पूर्वी क्षेत्र के प्रचारक अनिल कुमार और पश्चिम के क्षेत्र प्रचारक महेंद्र कुमार के अलावा अवध सहित कई प्रांतों के प्रांत प्रचारक भी मौजूद रहे।