भीषण गर्मी के साथ बढ़ती बिजली की मांग ने भी रिकार्ड तोड़ दिए हैं। बृहस्पतिवार को दिल्ली में 6780 मेगावाट तक बिजली की मांग दर्ज की गई, जबकि पिछले साल मई में अधिकतम बिजली की मांग 5781 मेगावाट थी। दोपहर 3:26 बजे बिजली की मांग सबसे अधिक रही। बिजली कंपनियों ने अधिकतम बिजली की मांग को सफलतापूर्वक पूरा किया।
इस वर्ष बिजली की मांग 8000 मेगावाट तक पहुंचने का अनुमान है। पिछले महीने दिल्ली की अधिकतम बिजली की मांग 3809-5447 मेगावाट के बीच थी। पिछले साल इसी महीने की तुलना करें तो बिजली मांग 3388-5422 मेगावाट के बीच थी।
टाटा पावर का कहना है कि एसी, कूलर का जयादा इस्तेमाल होने से बिजली की खपत में वृद्धि हुई। बृहस्पतिवार को पीक मांग पूरी की गई, जो इस सीजन की सर्वाधिक मांग थी। गर्मी के वर्तमान मौसम के लिए रोहिणी व रानी बाग में बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (बीईएसएस) की व्यवस्था की गई है। जो निर्बाध बैक-अप प्रदान करता हैं। यह संपूर्ण व्यवस्था गर्मी की किसी भी पीक डिमांड से निपटने में सक्षम है।
सूरज की तपिश से लोग परेशान
राजधानी में सूरज की तपिश से लोग परेशान हैं। बृहस्पतिवार को दोपहर में चिलचिलाती गर्मी के साथ गर्म हवाएं चलीं। इस दौरान अधिकतम तापमान 42.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से दो डिग्री अधिक रहा। वहीं, न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 24.8 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, शुक्रवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। ऐसे में अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस के पार जा सकता है। वहीं, न्यूनतम तापमान 25 डिग्री पहुंचने का अनुमान है। इससे लू का अहसास होगा। मौसम विभाग ने मुताबिक शनिवार को कुछ इलाकों में लू चलने के आसार हैं। इस दौरान अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच सकता है, जबकि न्यूनतम तापमान भी 25 डिग्री सेल्सियस तक जाने का अनुमान है।
मुंगेशपुर में 44 के पार पहुंचा पारा
मौसम विभाग के मुताबिक मुंगेशपुर इलाका सर्वाधिक गर्म रहा। यहां अधिकतम 44.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। नजफगढ़ व पीतमपुरा में 44.2, जाफरपुर में 43.7, पालम व आया नगर में 43.5 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया।