रायपुर 07 जुलाई।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि सहकारिता का ग्रामीणों और किसानों के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है।भारत में सहकार की बहुत पुरानी परंपरा है। बड़े से बड़ा काम सहकार से आसानी से पूरा हो जाता है।
श्री साय आज राजधानी के जोरा स्थित कृषि महाविद्यालय के कृषि मंडपम में आयोजित प्रदेश स्तरीय कृषि सहकार सम्मेलन एवं सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे।उन्होने सभी को रथ यात्रा की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सहकार हमेशा से हमारे संस्कार में मौजूद है। एक-दूसरे का सहयोग करते हुए हमारे देश ने प्रगति की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास में भी सहकारिता ने बड़ी भूमिका निभाई है।छत्तीसगढ़ में किसानों को धान का भुगतान, गुणवत्तापूर्ण बीज और खाद उपलब्ध कराना, आदिवासी क्षेत्रों में लघुवनोपजों की खरीदी और तेन्दूपत्ता संग्राहकों को पारिश्रमिक का भुगतान भी सहकारिता के माध्यम से किया जा रहा है। सहकारिता से आज आर्थिक समृद्धि के रास्ते खुल रहे हैं।
श्री साय ने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए सहकार से जुड़ी बहुत सी स्मृतियां साझा की। उन्होंने बताया कि गांव में लोग एक दूसरे के काम में सहयोग के लिए स्वतः आगे आ जाते थे और सब अपनी क्षमता के अनुरूप मदद करते थे। सहकार के बीच हम सभी पले बढ़े हैं।
कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि बिना सहकार से सरकार, बिना संस्कार के सहकार और सहकार के बिना समृद्धि की कल्पना नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में सहकारिता आंदोलन को भुलाया नहीं जा सकता। सहकारिता आंदोलन से जुड़े लोगों ने गरीबों , किसानों के जीवन में व्यापक बदलाव लाने का काम किया है।कार्यक्रम को रायपुर के सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने भी सम्बोधित किया।