भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी करते हुए बताया है कि गर्मी की शुरुआत होते ही पूर्वी और पश्चिमी भारत में असामान्य तरीके से भीषण गर्मी की स्थिति पैदा हो गई है और कई क्षेत्रों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा तक पहुंच गया। अगर हम पिछले साल के बारे में बात करें, तो ऐसी गर्मी अप्रैल महीने की शुरुआत में दर्ज की गई थी।
भीषण गर्मी वाले क्षेत्रों में विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र, ओडिशा, सौराष्ट्र, कच्छ, तेलंगना और रायलसीमा शामिल हैं। ओडिशा के झारसुगुड़ा में शुक्रवार को देश का सबसे अधिकतम तापमान 41.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शनिवार को ओडिशा के ही बौध में देश का सबसे अधिक तापमान 42.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
IMD के अधिकारी ने दी जानकारी
आईएमडी के एक अधिकारी ने बताया, “अभी भीषण गर्मी आने में थोड़ा समय है। लेकिन कभी-कभी कुछ वर्षों में हमें मार्च में ऐसे पैटर्न देखने को मिलते हैं। ऐसे पैटर्न आमतौर पर अप्रैल और मई में देखने को मिलते हैं। बता दें, पिछले साल ओडिशा में पहली भीषण गर्मी 5 अप्रैल को दर्ज की गई थी।”
अगर दिल्ली की बात करें, तो सफदरजंग इलाके में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस साल के इस समय के लिए सामान्य से 7.1 डिग्री अधिक है। हालांकि, होली की शाम हुई बारिश ने तापमान में गिरावट ला दी। शनिवार को अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 4.1 डिग्री अधिक था।
आईएमडी ने दी चेतावनी
बेमौसम गर्मी मुख्य रूप से “मध्य भारत के ऊपर एक बड़े उच्च दबाव वाले क्षेत्र” के कारण हो रही है।
18 मार्च तक ओडिशा में तथा 17 मार्च तक सौराष्ट्र और कच्छ में भीषण लू की स्थिति जारी रहने की संभावना है।
16 मार्च को झारखंड, पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी क्षेत्र, छत्तीसगढ़, विदर्भ और उत्तरी तेलंगाना में तथा 18 और 19 मार्च को उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में भी लू की स्थिति रहने की संभावना है।
कहां है कैसा तापमान?
विदर्भ के कई स्थानों और मध्य महाराष्ट्र, ओडिशा, सौराष्ट्र, कच्छ, तेलंगाना और रायलसीमा में अलग-अलग स्थानों पर अधिकतम तापमान 40-42 डिग्री सेल्सियस के बीच है।
गुजरात और मध्य प्रदेश के कई स्थानों और छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम में कुछ स्थानों पर 38-40 डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान दर्ज किया गया है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, विदर्भ और गंगीय पश्चिम बंगाल में अलग-अलग स्थानों पर वर्तमान तापमान सामान्य से काफी ऊपर (5.1 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक) है।
पश्चिमी मध्य प्रदेश और गुजरात के अधिकांश स्थानों पर; पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, पूर्वी मध्य प्रदेश और मराठवाड़ा के कई स्थानों पर; तथा मध्य महाराष्ट्र के कुछ स्थानों पर सामान्य से काफी अधिक तापमान (3.1°C से 5°C) दर्ज किया जा रहा है।
18 मार्च तक ओडिशा के कुछ इलाकों में रात में गर्म मौसम रहने की संभावना है।
16 मार्च को केरल, माहे, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कुछ इलाकों में और 19 मार्च तक सौराष्ट्र और कच्छ के कुछ इलाकों में गर्म और आर्द्र मौसम रहने की संभावना है।
जम्मू-कश्मीर-लद्दाख-गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद के कुछ इलाकों में और तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल और माहे के कुछ इलाकों में तापमान सामान्य से काफी नीचे (5.1 डिग्री सेल्सियस या उससे कम) बना हुआ है।
ये शुरुआती और गंभीर हीटवेव की स्थिति सर्दियों के मौसम के बाद आई है, जिसमें पिछले महीने दिल्ली में 74 साल में सबसे गर्म फरवरी की रात दर्ज की गई थी, जब न्यूनतम तापमान 19.5 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया था, जो सामान्य से सात डिग्री अधिक था। विशेषज्ञों ने देश भर में इन तापमान विसंगतियों में योगदान देने वाले बदलते जलवायु पैटर्न की ओर इशारा किया है।