नई दिल्ली 01 सितम्बर।वित्तमंत्री अरूण जेटली ने कहा है कि इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद में पांच दशमलव सात प्रतिशत की वृद्धि दर चिंता का विषय है और यह अर्थव्यवस्था के लिए एक चुनौती है।
श्री जेटली ने कहा कि वस्तु और सेवा कर(जीएसटी) लागू होने से पहले इसके असर के कारण वृद्धि दर काफी कम हुई है,क्योंकि निर्माता मौजूदा भंडार खत्म करने पर ज्यादा ध्यान दे रहे थे। नई दिल्ली में श्री जेटली ने कहा कि इस तिमाही में सेवा और निवेश क्षेत्र में सुधार हुआ है,लेकिन विनिर्माण क्षेत्र में कमी जीएसटी प्रभाव के कारण आई है।उन्होंने कहा कि अगली तिमाही में सरकार को वृद्धि दर में सुधार के लिए नीतिगत मामलों में और निवेश पर महत्वपूर्ण कार्य करना होगा।
पिछली तिमाही में विनिर्माण के क्षेत्र में काफी कमी आई है। इसलिए अब ऐसी स्थिति हो गई है कि निवेश में कुछ सुधार हुआ है, सेवा क्षेत्र में भी सुधार हुआ है। वहीं विनिर्माण के क्षेत्र में कमी आई है। यह मुख्य रूप से जीएसटी का असर है।
वित्त मंत्री ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है जो सकारात्मक है। उन्होंने कहा कि अच्छे मॉनसून का भी देश की अर्थव्यवस्था पर अनुकूल असर पड़ना चाहिए।
CG News | Chhattisgarh News Hindi News Updates from Chattisgarh for India