भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को बंगलूरू के लिए ऑरेंज अलर्ट और कर्नाटक के कई जगहों पर येलो अलर्ट जारी किया है। आईएमडी बंगलूरू केंद्र के निदेशक एन पुवियारासु ने कहा कि उन्होंने बंगलूरू के लिए 8 सेमी से 10 सेमी तक के प्रभाव के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जो बड़े शहर को प्रभावित कर सकता है। उन्होंने कहा, ‘जितनी बारिश हो रही है, वह ग्रामीण क्षेत्रों के लिए कुछ भी नहीं है। लेकिन चूंकि बंगलूरू जैसे शहर ज्यादातर कंक्रीट से बने हैं और इस तरह जल निकासी के लिए आउटलेट अवरुद्ध हैं, इसलिए हमने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है ताकि अधिकारी उसके आधार पर तैयारी कर सकें।’ आईएमडी के बयान के अनुसार, आज प्रभावित होने वाले संभावित क्षेत्र बागलकोट, बंगलूरू शहरी, बंगलूरू ग्रामीण, बेलगाम, चिक्काबल्लापुरा, धारवाड़, गडग, कोलार, कोप्पल, विजयनगर जिले हैं।
शहर के 70% इलाकों में बाढ़ की समस्या हुई हल- शिवकुमार
वहीं राज्य के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि बंगलूरू में पहचाने गए 70 प्रतिशत इलाकों में बाढ़ की समस्या का समाधान हो गया है। शिवकुमार ने बंगलूरू के साई लेआउट, मान्यता टेक पार्क और सिल्क बोर्ड जंक्शन समेत प्रभावित इलाकों का दौरा किया और बताया कि उन्होंने शहर में बाढ़ की आशंका वाले 210 इलाकों की पहचान की है। उन्होंने कहा, ‘जब से मैंने बंगलूरू विकास मंत्री का पद संभाला है, हमने उनमें से 166 (70 प्रतिशत) इलाकों में बाढ़ की समस्या का समाधान किया है। वर्तमान में 24 इलाकों में बाढ़ की रोकथाम का काम चल रहा है, जबकि शेष 20 इलाकों में जल्द ही काम शुरू किया जाएगा। हमने 197 किलोमीटर लंबे तूफानी जल निकासी नाले बनाए हैं’।
उन्होंने कहा, ‘हम बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सुधार कर रहे हैं और आम लोगों की मदद करने की कोशिश कर रहे हैं। सिल्क बोर्ड जंक्शन, हेब्बल और येलहंका क्षेत्र में बारिश की मात्रा बहुत अधिक रही है। इन क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर अंडरपास का काम चल रहा है और वे बाढ़ में डूब गए हैं। हम इन मुद्दों को हल करने के लिए उन विभागों के साथ मिलकर काम करेंगे।’
ऑरेंज और येलो का क्या है मतलब?
ऑरेंज अलर्ट का मतलब है 11 सेमी से 20 सेमी तक की बहुत भारी बारिश, और येलो अलर्ट का मतलब है 6 सेमी से 11 सेमी के बीच भारी बारिश।
बंगलूरू में दो लोगों की करंट लगने से मौत
वहीं बंगलूरू पुलिस ने बताया कि शहर के एक अपार्टमेंट में घुसे बारिश के पानी को निकालने की कोशिश करते समय 12 वर्षीय एक बच्चे समेत दो लोगों की करंट लगने से मौत हो गई। मिको लेआउट पुलिस के अनुसार, बीटीएम द्वितीय चरण के पास एनएस पाल्या में मधुवन अपार्टमेंट के निवासी मनमोहन कामथ ने सोमवार शाम को अपने घर से पानी निकालने के लिए मोटर चालित पंप का उपयोग करने की कोशिश की थी।
बारिश से जुड़ी घटनाओं में तीन लोगों की मौत
जांच में शामिल एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘जब उन्होंने पंप को सॉकेट से जोड़ा, तो शॉर्ट सर्किट हुआ, जिससे उन्हें करंट लग गया।’ पुलिस ने बताया कि अपार्टमेंट परिसर में काम करने वाले नेपाली व्यक्ति का बेटा दिनेश, जो कामथ के पास खड़ा था, भी करंट लगने से झुलस गया। अस्पताल में डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। प्री-मानसून बारिश में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है। इससे पहले सोमवार को महादेवपुरा पुलिस स्टेशन की सीमा के भीतर एक कंपनी में झाड़ू लगा रही शशिकला की दीवार गिरने से मौत हो गई थी।
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