
टोक्यो/रायपुर, 26 अगस्त।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपने जापान दौरे के दौरान छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में हो रही अतिवृष्टि और बाढ़ की गंभीर स्थिति पर गहरी चिंता जताते हुए अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के लिए कड़े निर्देश दिए है।
श्री साय ने दूरभाष पर राजस्व सचिव एवं आपदा राहत आयुक्त श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले और बस्तर संभाग आयुक्त डोमन सिंह से चर्चा कर राहत एवं बचाव कार्यों की विस्तृत जानकारी ली और आवश्यक निर्देश जारी किए।
राजस्व सचिव श्रीमती कंगाले ने जानकारी दी कि दंतेवाड़ा, बीजापुर और बस्तर जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। प्रशासनिक टीमें लगातार राहत कार्यों में जुटी हैं। बस्तर जिले के लोहंडीगुड़ा, दरभा और तोकापाल विकासखंडों में राहत अभियान तेज़ी से चलाया जा रहा है। विशेष रूप से लोहंडीगुड़ा के ग्राम मांदर से 21 ग्रामीणों को सुरक्षित निकाला गया है, जबकि अन्य प्रभावित क्षेत्रों में हेलीकॉप्टर और नावों की मदद से 68 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है।
श्री साय ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि एसडीआरएफ को हाई अलर्ट पर रखा जाए और राहत कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो। साथ ही, निचले इलाकों में मुनादी कराकर लोगों को सतर्क करने और उन्हें तुरंत सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने राहत कार्यों में लगे प्रशासनिक अमले, एसडीआरएफ और पुलिस बल के समर्पित प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि“जनता की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। राज्य सरकार हर प्रभावित व्यक्ति तक सहायता पहुँचाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।”