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सचिन तेंदुलकर के तीन गुरु, पिता और आचरेकर सर के अलावा तीसरा कौन…

सर्वकालिक महान बल्लेबाजों में शुमार सचिन तेंदुलकर ने टीचर्स डे के मौके पर एक पोस्ट किया है जिसमें अपने तीन गुरुओं का शुक्रिया अदा किया है। सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट की बारीकियां सिखाने वाले कोच रामकांत आचरेकर रहे हैं। सचिन ने कई बार अपनी सफलता का श्रेय आचरेकर सर को दिया है।

सचिन तेंदुलकर ने टीचर्स डे पर किया इमोशनल पोस्ट

सचिन ने अपने जीवन के तीन गुरूओं को किया याद

सचिन तेदुलकर की पोस्ट हो गई वायरल

भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने टीचर्स-डे के मौके पर अपने गुरुओं को याद किया है। सचिन ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट किया है जिसमें अपने तीन गरुओं का आज के दिन शुक्रिया अदा किया है। सभी जानते हैं कि सचिन के कोच रमाकांत आचरेकर थे जिन्हें ये क्रिकेटर काफी मानते हैं। वहीं सचिन ने अपने पिता को भी गुरु का दर्जा दिया है। हालांकि, इसमें तीसरा नाम कई लोगों को थोड़ा हैरान कर सकता है।

सचिन ने 15 साल की उम्र में भारत के लिए डेब्यू किया था और इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। सचिन को आज क्रिकेट की दुनिया का भगवान कहा जाता है। अपने पूरे करियर के दौरान सचिन ने आचरेकर सर और अपने पिता से मिली सीख को कई बार साझा किया है।

तीसरा गुरु कौन?

सचिन के सफर में आचरेकर सर और उनके पिता तो अहम रहे ही हैं लेकिन उनके बड़े भाई अजीत का रोल भी कम नहीं रहा है। ये अजीत ही थे जिन्होंने सचिन को आचेरकर सर की एकेडमी का दरवाजा दिखाया। सचिन ने टीचर्स डे के मौके पर आचरेकर सर, अपने पिता और बड़े भाई अजीत को अपना गुरु बताया है। अजीत के साथ सचिन अपनी बल्लेबाजी को लेकर काफी बातें करते थे।

सचिन ने कई बार बताया है कि वह अपनी बैटिंग के छोटे से छोटे पहलू पर अजीत से बात करते थे और उनकी राय लेते थे। सचिन ने जब साल 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना आखिरी मैच खेला था और इस मैच में जब वह आउट हुए थे उसके बाद भी सचिन ने अजीत से अपने विकेट को लेकर बात की थी। इसी कारण वह अपने बड़े भाई को अपना गुरु भी मानते हैं। सचिन ने अपनी पोस्ट में तीनों के साथ तस्वीर लगाई हैं।

सचिन ने अपनी पोस्ट में लिखा, “वो सफर जो एक सिक्के, किटबैग और रास्ता दिखाने वाले तीन हाथों- मेरे पिता, आचरेकर सर और अजीत के साथ शुरू हुआ था। मैं इन सभी का शुक्रगुजार हूं।”