विजयदशमी, यानी असत्य पर सत्य की जीत और बुराई पर अच्छाई की विजय का पर्व, प्रयागराज में पूरे श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया। पजावा रामलीला कमेटी की ओर से ककरहा घाट पर भव्य रावण दहन कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु और दर्शक जुटे।
भगवान श्रीराम ने किया रावण का अंत, गूंजा “जय श्रीराम”
कार्यक्रम की मुख्य प्रस्तुति में भगवान श्रीराम ने प्रतीकात्मक रूप से रावण का वध किया। रावण का विशालकाय पुतला जैसे ही अग्नि की लपटों में घिरा, पूरा घाट “जय श्रीराम” के नारों और तालियों की गूंज से भर उठा। उपस्थित जनसमूह में उत्साह और भक्ति का अद्भुत समन्वय देखने को मिला।
राम-लक्ष्मण की हुई आरती, उमड़ा जनसैलाब
रावण दहन के पश्चात भगवान राम और लक्ष्मण की भव्य आरती उतारी गई। श्रद्धालुओं ने दीप जलाकर आरती में भाग लिया। आयोजकों के अनुसार, इस अवसर पर हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे।
पजावा रामलीला कमेटी का योगदान सराहनीय
इस आयोजन को सफल बनाने में पजावा रामलीला कमेटी की भूमिका अहम रही। समिति के वित्त मंत्री सचिन गुप्ता ने बताया कि यह आयोजन न केवल धार्मिक परंपरा को जीवित रखने का कार्य करता है, बल्कि नई पीढ़ी को सांस्कृतिक मूल्यों से जोड़ने का माध्यम भी बनता है।