छत्तीसगढ़: जगदलपुर विकासखंड के अंतर्गत सीएचसी नानगूर के अधीन चितालगुर ग्राम पंचायत के आश्रित दूरस्थ वनग्राम गुड़ियापदर में स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया गया। यह कदम वहां हाल ही में एक गर्भवती महिला के गर्भपात की घटना के बाद स्वास्थ्य जांच और उपचार सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय बसाक ने सोमवार को सीएचसी नानगूर के बीएमओ डॉ. आरएस भंवर के साथ मेडिकल टीम लेकर गांव का दौरा किया। इस दौरान कुल 56 ग्रामीणों का स्वास्थ्य जांच और उपचार किया गया। डॉ. संजय बसाक ने बताया कि नानगुर क्षेत्र के दूरस्थ और घने जंगलों में सड़क सुविधा ठीक नहीं होने के कारण एंबुलेंस सेवा सीधे गांव तक नहीं पहुंच पाती है। इसलिए ग्रामीणों तक स्वास्थ्य सेवा पहुंचाने के लिए पैदल, साइकिल या बाइक का उपयोग किया गया।
स्वास्थ्य शिविर में सभी ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण कर दवाई वितरित की गई। बीएमओ डॉ. भंवर ने स्थानीय बोली में ग्रामीणों को जननी सुरक्षा योजना, आयुष्मान कार्ड और वय वंदन कार्ड के बारे में जानकारी दी। उन्होंने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने का आग्रह करते हुए साफ-सफाई, स्वच्छ पेयजल, गर्म एवं ताजा भोजन के सेवन और बीमार होने पर तुरंत नज़दीकी स्वास्थ्य केंद्र में उपचार करवाने की सलाह दी। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. सीआर मैत्री, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक दमधर, नेत्र सहायक अधिकारी रयमन बघेल, स्टाफ नर्स थलेश्वरी नाग, क्रिस्टीना बघेल, आरएचओ अमृत पॉल, कुमारी हिना कश्यप और क्षेत्र के मितानिन उपस्थित थे।
शिविर में किए गए प्रमुख स्वास्थ्य परीक्षण
बीपी और शुगर जांच: 25 लोग
टीकाकरण: 7 लोग
मोतियोंबिंद रोगी: 5 लोग
सिकलिन जांच: 20 लोग
सर्दी-खांसी: 12 लोग
बुखार जांच: 10 लोग
कुपोषित बालक: एनआरसी रेफर