नई दिल्ली 26 जनवरी।71वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर आज राष्ट्रीय राजधानी में राजपथ पर भव्य परेड का आयोजन किया गया। इसमें देश के इतिहास, सांस्कृतिक विविधता और सामरिक शक्ति की भव्य झांकी दिखाई दी।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने तिरंगा फहराया और परेड की सलामी ली। ब्राजील के राष्ट्रपति जाइर मैसियास बोलसोनारो इस वर्ष के गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि थे।इस बार गणतंत्र दिवस समारोह का शुभारंभ राष्ट्रीय समर स्मारक पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की रक्षा में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया और राष्ट्रीय गान गाया गया तथा 21 तोपों की सलामी दी गई।
गणतंत्र दिवस परेड़ विजय चौक से आरंभ हुई और लालकिला मैदान की ओर आगे बढ़ी। विभिन्न राज्यों की झांकियां और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी इस अवसर पर प्रस्तुत किये गये।भारत की सैन्य शक्ति, सांस्कृतिक विविधता, सामाजिक और आर्थिक प्रगति की रंग बिरंगी झलक राजपथ पर देखने को मिली। वहीं पहली बार, सीआरपीएफ की महिला बाइकर्स की एक टुकड़ी ने, साहसी स्टंट का प्रदर्शन किया और दर्शकों ने भी तालिया बजाकर उनके शौर्य को सलाम किया।
परेड में 16 राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश के अलावा छह केन्द्रीय मंत्रालयों की झांकियां ने भाग लिया। इसके अलावा विभिन्न मंत्रालयों और विभागों की झांकियों में स्टार्ट अप इंडिया, जल जीवन मिशन और वित्तीय समावेश को प्रदर्शित किया गया। जम्मू और कश्मीर ने पहली बार केंद्र शासित प्रदेश के रूप में परेड में भाग लिया।
इस वर्ष की परेड का मुख्य आकर्षण, सुखोई और अत्याधुनिक हल्के हैलीकॉप्टरों के साथ हाल में शामिल किए गए चिनूक तथा अपाचे हैलीकॉप्टरों का फ्लाई पास्ट रहा। 90 मिनट तक चले, इस परेड में उपग्रह रोधी हथियार- मिशन शक्ति और सेना का लड़ाकू टैंक भीष्म भी समारोह के मुख्य आकर्षक थे। इसके अलावा सशस्त्र बलों, अर्धसैनिक बलों, दिल्ली पुलिस और एनसीसी के 16 मार्चिंग दस्ते परेड में शामिल हुये।वहीं सेना के 13 बैंड ने भी अपनी धुनों से लोगों को मोहित किया।
विभिन्न राज्यों से आए छह सौ से अधिक छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम, योग और लोक-नृत्य प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के अंतिम चरण में भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने अपने अद्भुत कर्तब से दर्शकों का मन मोह लिया। गणतंत्र दिवस समारोह का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ और फिर रंगविरंगे गुब्बारे छोड़े गए।