नई दिल्ली/गुवाहाटी 06 जुलाई।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत की परंपरा, संस्कृति, आजादी की लडाई और विकास यात्रा में भारतीय भाषाओं की पत्रकारिता की, भूमिका महत्वपूर्ण रही है।
श्री मोदी ने आज अग्रदूत समाचार समूह के स्वर्णजयंती समारोह के उद्घाटन को वर्चुवल सम्बोधित करते हुए कहा कि असम तो पत्रकारिता के मामले में बहुत जागृत रहा है। उन्होंने कहा कि असम ने ऐसे कई पत्रकार और सम्पादक देश को दिए हैं जिन्होंने भाषायी पत्रकारिता को नए आयाम दिए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि असमिया भाषा में छपने वाला अग्रदूत समाचार पत्र अब ऑनलाइन भी मौजूद है।
उन्होने कहा कि अग्रदूत सप्ताह में दो बार छपता था। वहां से शुरू हुआ इसका सफर पहले दैनिक अखबार बनने तक पहुंचा और अब ये ई-पेपर के रूप में ऑनलाइन भी मौजूद है। दुनिया के किसी भी कोने में रहकर भी आप असम की ख़बरों से जुड़े रह सकते हैं। इस अखबार की विकास यात्रा में हमारे देश के बदलाव और डिजिटल विकास की झलक दिखती है।
श्री मोदी ने कहा कि मातृभाषा का बहुत महत्व है इसलिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भारतीय भाषाओं में पढाई को प्रोत्साहन दिया गया है।मातृभाषा में पढ़ाई करने वाले ये छात्र कल चाहे जिस प्रोफेशन में जाएं, उन्हें अपने क्षेत्र की जरूरतों और अपने लोगों की आकांक्षाओं की समझ रहे। इसके साथ ही अब हमारा प्रयास है कि भारतीय भाषाओं में दुनिया का बेहतरीन कंटेंट उपलब्ध हो।
उन्होने कहा कि असम, बाढ की चुनौती का सामना कर रहा है। बाढ के कारण वहां जन-जीवन प्रभावित हुआ है।राज्य के अनेक जिलों में सामान्य जीवन बहुत अधिक प्रभावित हुआ है।मैं आज असम के लोगों को, अग्रदूत के पाठकों को ये भरोसा दिलाता हूं केंद्र और राज्य सरकार मिलकर, उनकी मुश्किलें कम करने में जुटी हुई हैं।