फरीदाबाद के सूरजकुंड थाना क्षेत्र में की लेकवुड सिटी में निर्माणाधीन इमारत की दूसरी मंजिल से गिरकर साइट सुपरवाइजर की दर्दनाक मौत हो गई। मृतक के साथ काम करने वालों ने बताया कि पैर फिसलने के कारण सुपरवाइजर सीढ़ियों से लिफ्ट के लिए बनाए गए ढांचे में गिर गए और हादसे का शिकार हो गए।
पुलिस ने मामला दर्ज किया
मृतक सुपरवाइजर की पहचान निरंजन सिंह के रुप में की गई है। वे मोलड़बंद एक्सटेंशन दिल्ली मकान नंबर 1080 गली नंबर 43 ब्लाक ई के रहने वाले थे। उनकी बेटी दिव्या की शिकायत पर पुलिस ने इमारत का निर्माण कर रही एजेंसी के मालिक व उपमहाप्रधंक के खिलाफ लापरवाही से मौत की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। शव पोस्टमार्टम कराकर स्वजन को सौंप दिया है।
बेटी को पिता के घायल होने की सूचना मिली
दिव्या ने पुलिस को बताया कि उनके पिता करीब एक साल से लेकवुड सिटी स्थित एमजी एसोसिएट्स निर्माण एजेंसी में सुपरवाइजर की नौकरी कर रहे थे। शुक्रवार सुबह सात बजे वे घर से ड्यूटी के लिए निकले थे। दोपहर करीब 11 बजे दिव्या के पास एजेंसी फोन आया कि तुम्हारे पिताजी हादसे में घायल हो गए हैं और एम्स ट्रामा सेंटर दिल्ली में उपचाराधीन है। दिव्या अपने चाचा के साथ ट्रामा सेंटर पहुंची।
लिफ्ट के ढ़ांचे में गिरकर मौत
वहां डाक्टरों ने निरंजन सिंह को मृत घोषित कर दिया। दिव्या को उनके साथ काम करने वाले लोगों से पता चला कि इमारत में लिफ्ट के लिए ढांचा तैयार कर दिया गया था, मगर लिफ्ट नहीं लगी थी। वह स्थान खाली था। उसके साथ से ही सीढ़ियां जा रही हैं। सीढ़ियां चढ़ते वक्त निरंजन सिंह का पैर फिसल गया। वे लिफ्ट के लिए बनाए गए ढांचे में गिर गए। सीढ़ियों पर रैलिंग नहीं लगाई गई थी। इस कारण यह हादसा हुआ।
पुलिस ने निर्माण एजेंसी के मालिक गौरी शंकर और उप महाप्रबंधक देवेश सिंघल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।