रायपुर 03 दिसम्बर।छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने चुनाव पूर्व की तमाम अटकलबाजियों पर विराम लगाते हुए राज्य के इतिहास में सबसे शानदार जीत दर्ज की है।राज्य में सत्ता विरोधी लहर में भूपेश सरकार के नौ मंत्री तक चुनाव हार गए है।
मतगणना के शुरूआती रूझान में ही कांग्रेस और भाजपा में कड़ा मुकाबला दिखाई पड़ने लगा।डाक मतपत्रों की गणना में कांग्रेस के मुकाबले भाजपा ने बढ़त बनाकर कड़े मुकाबले का संकेत दे दिया था।कई बार थोड़े उतार चढ़ाव हुए लेकिन पांच छह राउन्ड की गणना के बाद भाजपा ने बढ़त बढ़ा ली और वह सिलसिला आखिरी तक बना रहा।भाजपा ने राज्य गठन के बाद सर्वाधिक 55 सीटों पर जीत दर्ज की।
भाजपा उम्मीदवार एवं पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह राजनांदगाव सीट से फिर चुनाव जीत गए है। डा.सिंह ने कांग्रेस प्रत्याशी गिरीश देवांगन को लगभग 45 हजार मतो से शिकस्त दी।डा.सिंह लगातार चौथी बार इस सीट से निर्वाचित हुए है।उनकी अब तक की इस सीट पर सबसे बड़े अन्तर से जीत है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव ने लोरमी सीट पर कांग्रेस के थानेश्वर साहू को 45 हजार से अधिक मतों से शिकस्त दिया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल स्वयं तो चुनाव जीत गए,हालांकि उनके मंत्रिमंडल के नौ मंत्री चुनाव हार गए है।इसी प्रकार विधानसभा अध्यक्ष डा.चरणदास महंत तो चुनाव जीत गए जबकि विधानसभा उपाध्यक्ष सन्त कुमार नेताम चुनाव हार गए।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने अपनी परम्परागत सीट पाटन में भाजपा के उम्मीदवार विजय बघेल को 19 हजार से अधिक मतों से शिकस्त दी।विधानसभा अध्यक्ष डा.महंत ने सक्ती सीट पर भाजपा के डा.राम खेलावन साहू को 12 हजार से अधिक मतों से शिकस्त दी।
उप मुख्यमंत्री टी.एस.सिंहदेव अपनी परम्परागत अम्बिकापुर सीट पर भाजपा के राजेश अग्रवाल से 157 वोटो से हार गए है।श्री सिंहदेव ने रिकाउन्टिंग का आवेदन दिया है लेकिन उस पर अभी निर्णय नही हुआ है।विधानसभा उपाध्यक्ष सन्त कुमार नेताम को केशकाल सीट पर भाजपा के नीलकमल टेकाम को 5700 से अधिक मतों से शिकस्त दी।
आजादी के बाद पहली बार सीतापुर सीट पर कांग्रेस को पहली बार शिकस्त का सामना करना पड़ा है।सीतापुर सीट पर खाद्य मंत्री अमरजीत भगत चुनाव हार गए है।श्री भगत को भाजपा के नए प्रत्याशी राम कुमार टोप्पों ने 17 हजार से अधिक मतों से शिकस्त दी।नगरीय विकास मंत्री डा.शिव डहरिया को आरंग सीट पर भाजपा के गुरू खुशवंत साहेब ने 16500 मतों से शिकस्त दिया।साजा सीट पर कांग्रेस के कद्दावर नेता एवं मंत्री रविन्द्र चौबे को भाजपा के नए प्रत्याशी ईश्वर साहू ने शिकस्त दी।
कवर्धा सीट पर वरिष्ठ मंत्री मोहम्मद अकबर को भाजपा के विजय शर्मा ने शिकस्त दी।पिछले चुनाव में सर्वाधिक मतों से राज्य में जीत दर्ज करने वाले श्री अकबर को 41 हजार से अधिक मतों से शिकस्त का सामना करना पड़ा।मंत्री मोहन मरकाम को अपनी परम्परागत सीट कोंडागांव में भाजपा की उम्मीदवार पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लता उसेन्डी ने 18 हजार मतों से शिकस्त दी।कोरबा सीट पर राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल को भाजपा के लखनलाल देवांगन ने 25 हजार से भी अधिक मतों से शिकस्त दिया।गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू को दुर्ग ग्रामीण सीट पर भाजपा के ललित चन्द्राकर ने 15 हजार से अधिक मतों से शिकस्त दी।मंत्री गुरू रूद्र साहू को सीट बदलने के बाद भी हार का सामना करना पड़ा।
आबकारी मंत्री कवासी लखमा अपनी परम्परागत सीट कोन्टा से कड़े मुकाबले में लगभग दो हजार मतों से चुनाव जीत गए है।उनके अलावा उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल अपनी परम्परागत सीट खरसिया और महिला बाल विकास मंत्री अनिला भेडिया ने भाजपा के देवलाल ठाकुर 35 हजार से अधिक मतों से शिकस्त दी।
हालांकि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेम प्रकाश पांडेय चुनाव हार गए है।श्री चंदेल को कांग्रेस के व्यास कश्यप ने 5900 मतों से शिकस्त दी।इसी प्रकार भिलाई नगर सीट पर श्री पांडेय को कांग्रेस के प्रत्याशी देवेन्द्र यादव ने 1264 मतों से शिकस्त दी।कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को भाजपा के विनायक गोयल से 8300 से अधिक मतों से शिकस्त का सामना करना पड़ा।जनता कांग्रेस की प्रमुख नेता डा.रेणु जोगी को अपनी परम्परागत सीट कोटा में शिकस्त का सामना करना पड़ा,उन्हे त्रिकोणीय मुकाबले में तीसरे स्थान पर सन्तोष करना पड़ा।
भाजपा को रायपुर शहर की चार सीटों समेत जिले की सभी सात सीटों पर सफलता हासिल हुई। पार्टी के कद्दावर नेता एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने लगभग एक तरफा मुकाबले में कांग्रेस के महंत राम सुन्दर दास को 67 हजार से अधिक मतों से शिकस्त दी।वह राज्य में सर्वाधिक मतों से जीतने वाले नेता है।पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता अमर अग्रवाल ने बिलासपुर सीट पर कांग्रेस के शैलेष पांडेय तो लगभग 29 हजार मतों से शिकस्त दी।पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता अजय चन्द्राकर ने कुरूद सीट पर फिर कांग्रेस की नीलम चन्द्राकर को आठ हजार मतों से शिकस्त दी।पूर्व आईएएस भाजपा के ओ.पी.चौधरी ने कांग्रेस के प्रकाश नायक को 64 हजार से अधिक मतों से शिकस्त दी।