चेन्नई 08अगस्त।तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और डी.एम.के. पार्टी अध्यक्ष एम. करुणानिधि के अन्तिम संस्कार को मरीना बीच पर करने का उच्च न्यायालय के आदेश के बाद रास्ता साफ हो गया।अन्तिम संस्कार कब होगा यह भी स्पष्ट नही है।
दिवंगत नेता का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शनों के लिए चेन्नई के राजाजी हॉल में रखा गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि अर्पित करने यहां पहुंचे।94 वर्षीय करुणानिधि का कल शाम यहां के एक अस्पताल में निधन हो गया था। केंद्र सरकार ने राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किए जाने की घोषणा की है।
केन्द्र सरकार एक दिन का और राज्य सरकार सात दिन का राजकीय शोक रखेगी। दिल्ली और सभी राज्यों की राजधानियों में राष्ट्रीय ध्वज झुके रहेंगे। तमिलनाडु में सभी शिक्षण संस्थानों और सरकारी कार्यालयों में आज अवकाश रहेगा।
पांच बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रहे श्री एम करूणानिधि ने अपने लंबे राजनीतिक जीवन में 1957 से 13 बार विधायक के रूप में जीतकर रिकार्ड बनाया। 1969 में सी. एन. अन्नादुरई की मृत्यु के बाद वे पहली बार मुख्यमंत्री बने। उनके राजनीतिक जीवन की शुरूआत 1953 में कालाकडि आंदोलन से हुई। उन्होंने तमिलनाडु तमिल मानवर मंडरम छात्र संगठन बनाया और मुरासोली समाचार पत्र निकाला जो डीएमके पार्टी का मुखपत्र बना। संघवाद में पूरा भरोसा रखने वाले करूणानिधि ने स्वतंत्रता दिवस पर मुख्यमंत्रियों द्वारा ध्वज फहराने सहित संप्रभु अधिकार लाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वे पटकथा लेखक भी थे और तमिल भाषा का उन्हें गहरा ज्ञान था। उन्होंने कई फिल्मों की पटकथा भी लिखी और फिल्मों में अपना कौशल दिखलाया। बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी करूणानिधि सामाजिक कार्यकर्ता और महान वक्ता भी थे।