केंद्र की मोदी सरकार बिहार पर बहुत मेहरबान हो रही है। अब केंद्र की मोदी सरकार ने बिहार को एक और सौगात से नवाजा है। केंद्र सरकार ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत बिहार के शहरों की साफ-सफाई और कचरा प्रबंधन के लिए 1,154 करोड़ रुपए मंजूर किए है।
साफ-सफाई के लिए अत्याधुनिक उपकरण की होगी खरीददारी
केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय के स्वच्छ भारत मिशन के निदेशक विनय कुमार झा ने जानकारी देते हुए बताया है कि केंद्र सरकार की तरफ से कचरा प्रबंधन के लिए दी गई धन राशि से शहरी निकायों में साफ-सफाई के लिए अत्याधुनिक उपकरण की खरीददारी की जाएगी। साथ ही कचरा प्रसंस्करण की कई योजनाओं को धरातल पर लाया जाएगा।
“कचरे को आमदनी का साधन बनाना होगा”- सम्राट चौधरी
इस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि हम लोगों को कचरे को आमदनी का साधन बनाना होगा। इसके लिए वेस्ट टू वेल्थ (कूड़े से संपत्ति) मिशन पर काम करने की जरूरत है। वहीं बिहार के नगर विकास एवं आवास विभाग के मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि देश-विदेश में कचरा प्रबंधन की बेहतर प्रैक्टिस को समझने और इसे लागू करने के लिए ही विशेषज्ञों के साथ यह कान्क्लेव आयोजित किया गया है। यहां निकलने वाले निष्कर्ष के आधार पर ही सफाई का रोडमैप बनाया जाएगा। हमारा लक्ष्य है कि एक माह में रोडमैप तैयार कर पंचायत स्तर पर इसे उतारा जाए।