न्यूयार्क 29सितम्बर।विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भारत के सीमापार आतंकवाद से पीड़ित होने का उल्लख करते हुए पाकिस्तान की कड़ी आलोचना की और कहा कि उसने 26/11 के मुम्बई आतंकी हमले के मुख्य षडयंत्रकारी आतंकी हाफिज़ सईद के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।
विदेश मंत्री स्वराज ने आज यहां संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए कहा कि विश्व के इनामी आतंकवादी पाकिस्तान में स्वतंत्रता सेनानी कहे जाते हैं। पाकिस्तान की सरकार उनके सम्मान में डाक टिकटें निकाल कर उन्हें महिमा मंडित करती है।ऐसी करतूतों की कब तक हम अनदेखी करते रहेंगे। यदि इन हरकतों को कानून बनाकर अभी नहीं रोका गया तो वो दिन दूर नहीं,जिस दिन आतंकवाद का ये दानव पूरी दुनिया को निगल जाएगा। इस मंच से आप सबको अपील करती हूं कि आतंकवाद की परिभाषा पर सर्वसम्मति बनाकर जल्दी से जल्दी हम सीसीआईटी को पारित करें।
श्रीमती स्वराज ने कहा कि भारत हमेशा से पाकिस्तान के साथ बातचीत करने के पक्ष में है लेकिन पड़ोसी देश भारत के खिलाफ आतंकवाद नहीं रोक रहा है।उन्होने कहा कि पाकिस्तान में नई सरकार आने के बाद वहां के प्रधानमंत्री इमरान खान ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर यह इच्छा जताई कि न्यूयॉर्क में दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की अगर मुलाकात हो जाए तो अच्छा हो, हमने उनका प्रस्ताव मंजूर किया। लेकिन चंद घंटो बाद यह खबर आई कि जम्मू और कश्मीर पुलिस के तीन जवानों का पहले अपहरण किया और बाद में उन्हें मारकर फेंक दिया। क्या ये हरकतें बातचीत की नीयत को दर्शाती हैं और क्या ऐसे वातावरण में मुलाकात हो सकती है।
श्रीमती स्वराज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने अभूतपूर्व आर्थिक और सामाजिक बदलाव के लिए कई पहल की हैं जिनसे सतत विकास लक्ष्यों को समय से पहले हासिल करने में मदद मिलेगी।