हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) या हाइपरटेंशन (Hypertension) एक ऐसी स्थिति है, जब आर्टरी के रास्ते गुजरते हुए ब्लड का फ्लो आर्टरी की दीवारों पर प्रेशर डालता है। अत्यधिक तनाव की स्थिति में ये प्रेशर बढ़ जाता है, जिससे हाइपरटेंशन होने की संभावना बढ़ जाती है। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के अनुसार पुरुषों में 24% और महिलाओं में 21% तक हाइपरटेंशन की समस्या पाई गई है।
इसे एक साइलेंट किलर भी कहा जाता है, क्योंकि ये अचानक से किसी भी परिस्थिति में बढ़ जाता है और गंभीर परिणाम को अंजाम दे सकता है। इसलिए हाइपरटेंशन के लक्षण समझना जरूरी है, जिससे इसके गंभीर परिणाम से बचा जा सके। आइए जानते हैं हाई ब्लड प्रेशर के कुछ ऐसे ही वॉर्निंग साइन्स के बारे में-
सिरदर्द
ये हाइपरटेंशन का एक बेहद आम लक्षण है, लेकिन जरूरी नहीं है कि हाई बीपी के सभी मरीजों को सिरदर्द की समस्या हो।
सांस फूलना
सीढ़ियां चढ़ना, वर्कआउट करना, दौड़ लगाना जैसी शारीरिक गतिविधि से तत्काल सांस फूलने लगती है, जिसके कारण इन्हें करने में असमर्थ होना।
चक्कर आना
हाई बीपी के कारण सिर भारी सा लगना शुरू होता है, जिसके कारण चक्कर भी आ सकता है।
सीने में दर्द
किसी शारीरिक गतिविधि के दौरान सीने में दर्द या असहजता होना। अधिक सोचने के कारण भी ऐसा संभव है, जब दिमाग पर जोर पड़ता है और मानसिक तनाव की स्थिति उत्पन्न होती है। इससे ब्लड प्रेशर तेजी से बढ़ता है और चक्कर और सिर घूमने का एहसास होता है।
नजर धुंधली होना
हाई बीपी होने के कारण रेटिनल वेसल्स डैमेज हो सकती हैं, जिससे नजर धुंधली सी हो जाती है।
हाई बीपी के अन्य लक्षण
दिल जोरों से धड़कना, थकान और बेहोशी महसूस करना, सांस लेने में तकलीफ होना, नाक से खून बहना हाइपरटेंशन के अन्य ऐसे लक्षण हैं, जिनका ध्यान देना बहुत जरूरी है।
ऐसे करें बचाव
हाई बीपी से बचाव के लिए वजन कम करने पर फोकस करें, ज्यादा नमक खाने से बचें, स्ट्रेस फ्री लाइफस्टाइल अपनाएं, नियमित रूप से एक्सरसाइज करें, लक्षणों पर ध्यान दें और को भी लक्षण महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। पुष्टि के बाद लिखी गई दवाइयों का नियमित रूप से सेवन करें, क्योंकि बीपी की दवाई स्किप करने के भी कई खतरे हैं। इसलिए हाई बीपी के अलार्मिंग संकेतों को ध्यान में रखते हुए तनावरहित जीवन जिएं।