विधानसभा चुनाव से पहले जजपा के पूर्व विधायक देवेंद्र बबली भाजपा में शामिल हो गए हैं। दिल्ली भाजपा मुख्यालय में उन्होंने पार्टी का दामन थामा। उनके अलावा गुरुग्राम के पूर्व जेल सुपरिटेंडेंट सुनील सांगवान व संजय कबलाना भी भाजपा में शामिल हो गए हैं।
2019 में जजपा से विधायक बने थे बबली
टोहाना के विधायक देवेंद्र सिंह बबली सोमवार को आखिरकार भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। बबली पहले कांग्रेस में टिकट को लेकर प्रयास में थे लेकिन पार्टी द्वारा मना किए जाने के बाद बीजेपी में शामिल हुए हैं।
देवेंद्र बबली इससे पहले वर्ष 2014 में निर्दलीय चुनाव लड़े थे लेकिन उस समय सुभाष बराला से हार गए थे। वर्ष 2019 में कांग्रेस में टिकट न मिलने पर जजपा की तरफ से लड़े और भारी मतों से विजय जीते थे। भाजपा और जेजेपी में गठबंधन होने के दौरान विधायक देवेंद्र सिंह बबली का किसानों ने विरोध किया था। वर्ष 2021 में बबली को सरकार में पंचायत मंत्री बनाया गया।
टोहाना में रोचक होगा मुकाबला
टोहाना में इस बार मुकाबला रोचक होने की संभावना है। देखना होगा कि राज्यसभा सांसद सुभाष बराला क्या करते हैं। चूंकि भाजपा वर्कर बबली की टिकट को लेकर उतने उत्साहित दिख नहीं रहे हैं। यहां बता दें कि लोकसभा चुनाव में बबली ने अपने सगंठन के जरिये कांग्रेस को वोट दिलाए थे।
लोकसभा में कांग्रेस का किया था समर्थन
बबली ने लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार कुमारी सैलजा का समर्थन किया। बबली अब कांग्रेस ने टिकट चाह रहे थे लेकिन पार्टी ने मना कर दिया। कांग्रेस प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया का बयान भी आया था।
फिर भाजपा में लाैटे संजय कबलाना
संजय कबलाना एक बार फिर भाजपा का दामन पकड़ लिया है। विधानसभा चुनाव के बीच भाजपा में शामिल होना राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है। कयास लगाए जा रहे है कि बादली से एक बार फिर भाजपा की टिकट पर संजय कबलाना चुनाव लड़ सकते है।
संजय ने राजनीति भाजपा से शुरू की थी और बादली हल्के से 2009 में भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा। 12495 वोट लेकर तीसरा स्थान हासिल किया। इसके बाद वह आईएनएलडी में शामिल हो गए जहां वे हल्का अध्यक्ष रहे। 2019 में जजपा से बादली हलके से चुनाव लड़ा और 28089 वोट लेकर तीसरा स्थान बनाया।
जजपा में संजय कबलाना ने जिला अध्यक्ष, जजपा प्रदेश पंचायत सेल के अध्यक्ष रहे। दो माह पहले ही संजय ने जजपा के सभी पदों से इस्तीफा देकर पार्टी छोड़ दी थी।