प्रदेश के नक्सल प्रभावित जिला में शामिल अब कबीरधाम नक्सल मुक्त की ओर बढ़ रहा है। क्योंकि, पुलिस ने बीते 6 माह के भीतर एमपी-सीजी बॉर्डर से लगे थाना क्षेत्र में 7 सुरक्षा कैंप खोल दिया है। इन क्षेत्र में पूर्व में नक्सल मूवमेंट की जानकारी सामने आते रही है। कबीरधाम एसपी डाक्टर अभिषेक पल्लव ने बताया कि नक्सल गतिविधियों के रोकथाम के लिए एमपी – सीजी सीमा से लगे ग्राम धवईपानी थाना चिल्फी में इसी माह 8 सितंबर को नवीन सुरक्षा कैंप स्थापित किया गया है।
जिले के अंदरूनी सीमावर्ती ग्रामों में 6 सुरक्षा कैंप खोले गए हैं, जिसमे, कुमान (समनापुर),खिलाही (बहनाखोदरा), बेंदा, माराडबरा,धनवाही, कबीरपथरा शामिल है। इस तरह 7 नवीन कैंप व दो पूर्व में स्थापित कैंप के साथ अब कुल 9 सुरक्षा कैंप हो गए है। सुरक्षा बल द्वारा क्षेत्र में लगातार नक्सल अभियानों के साथ-साथ क्षेत्र के जनता में शासन की विकास योजनाओं का प्रचार-प्रसार कर जानकारी लोगों तक पहुंचाया जा रहा है।
इन कैंप के खुल जाने से नक्सल गतिविधियों में काफी कमी आई है। कबीरधाम जिला नक्सल मुक्त की ओर अग्रसर है। गौरतलब है कि एमपी – सीजी बॉर्डर पर नक्सल संगठन के एमएमसी जोन (मध्यप्रदेश-महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़) एक्टिव है। हालाकि इसकी एक्टिविटी एमपी व महाराष्ट्र के बॉर्डर पर ज्यादा है।