दीवाली-छठ के समय ट्रेन में सीट मिलना जैसे भूखे को रोटी मिलना होता है। दरअसल, कई लोग 3 महीने पहले से ही टिकट बुक कर लेते हैं। ऐसे में जिन लोगों को किसी इमरजेंसी की वजह से ट्रैवल करना होता है या ऑफिस से लेट में लीव अप्रूव होता है उनको कन्फर्म सीट न के बराबर ही मिलती है। फेस्टिव सीजन में भीड़ को कंट्रोल करने और यात्रियों को सुविधा देने के लिए भारतीय रेलवे कई स्पेशल ट्रेन (Festive Special Trains) भी चलाता है, लेकिन फिर भी कई रूट्स पर कन्फर्म सीट नहीं मिल पाती है।
ऐसे में सवाल आता है कि इस स्थिति में ट्रेन की कन्फर्म टिकट के लिए कोई ट्रिक है। इसका जवाब ‘हां’ है। भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने कन्फर्म ट्रेन टिकट पाने के लिए ट्रेन ऑल्टनेट अकमडेशेन स्कीम (Alternate Train Accommodation Scheme – ATAS) शुरू की थी। इस स्कीम में बारे में कई यात्री अभी भी नहीं जानते हैं। हम आपको नीचे इस स्कीम के बारे में ही बताएंगे।
क्या है ट्रेन ऑल्टनेट अकमडेशेन स्कीम (ATAS)
अब यात्री आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से भी ट्रेन की टिकट बुक कर सकते हैं। एआई की मदद से ट्रेन बुकिंग के प्रोसेस को आसान बनाने के लिए ATAS की शुरुआत हुई थी। इसे विकल्प योजना भी कहते हैं। इस स्कीम का उद्देश्य है यात्रियों को कन्फर्म टिकट दिलवाना।
अगर कोई यात्री वेटिंग टिकट बुक करता है और ATAS के ऑप्शन को सेलेक्ट करता है। तब ATAS उस रूट की दूसरी ट्रेन में सीट उपलब्ध करवाने में मदद करता है। अब इसे ऐसे समझिए कि अगर आप टिकट बुक करते समय सभी ट्रेन की सीट एवेलेबिलिटी (Train Seat Availability) चेक करते हैं पर किसी में भी कन्फर्म सीट नहीं होती है तो आप थकहार कर किसी भी ट्रेन की वेटिंग टिकट लेते हैं। कुछ समय के बाद दूसरे ट्रेन में कोई टिकट कैंसिल हो जाता है तो ATAS आपको नोटिफिकेशन भेजकर सूचना देगा कि उस ट्रेन में कन्फर्म सीट उपलब्ध है। अब आप अपनी वेटिंग टिकट को दूसरे ट्रेन में ट्रांसफर कर सकते हैं और इस तरह आपको कन्फर्म सीट मिल जाएगी। यह स्कीम उन यात्रियों के लिए काफी लाभदायक रहेगी जो इमरजेंसी में ट्रैवल कर रहे हैं।
कैसे उठा सकते हैं विकल्प योजना का लाभ
ऑनलाइन टिकट बुक करते समय विकल्प योजना का सुझाव दिया जाता है। आपको इस ऑप्शन को सेलेक्ट करना है। अब आपको 7 ट्रेन को सेलेक्ट करना है जो आपके रूट में चलती है। आपने जिस ट्रेन में सीट बुक की है उसने कन्फर्म सीट उपलब्ध नहीं है और दूसरी ट्रेन में सीट उपलब्ध होती है तो आपको दूसरी ट्रेन में सीट मिल जाएगी।
बता दें कि यह जरूरी नहीं है कि विकल्प योजना को सेलेक्ट करने के बाद आपको कन्फर्म सीट मिल ही जाएगी। अगर आपके चुने गए 7 ट्रेनों में से किसी ट्रेन में सीट उपलब्ध होती है तभी आपको सीट मिलेगी। भारतीय रेलवे की यह सुविधा यात्रियों को ज्यादा विकल्प देती है इसी के साथ यह यात्रा को आसान बनाने की कोशिश भी करती है।