उत्तराखंड के चमोली में से पहाड़ दरकने से भारी भूस्खलन की खबर सामने आ रही है। दरअसल, भारत चीन सीमा पर स्थित अंतिम नगर जोशीमठ से 12 किलोमीटर पहले हेलंग से मारवाड़ी तक निर्माणाधीन 5 किलोमीटर लंबे बाईपास में पहाड़ी का एक हिस्सा टूटने से भारी भूस्खलन हुआ है। गनीमत रही की इस दौरान कार्य कर रहे मजदूरों ने समय रहते भाग कर अपनी जान बचा ली।
जानकारी के अनुसार चारधाम ऑल वेदर रोड परियोजना के तहत केंद्र सरकार द्वारा निर्माण एजेंसी बीआरओ (BRO) हेलंग से मारवाड़ी तक 5 किलोमीटर लंबा बाईपास का निर्माण करवाया जा रहा है। वहीं इस निर्माण कार्य के दौरान सड़क कटिंग के लिए सरकार द्वारा किसी भी प्रकार की ब्लास्टिंग की अनुमति नहीं दी गई है। लेकिन सूत्रों से पता चला है कि कार्य में लगी ठेकेदार एजेंसी जहां पर गुपचुप ब्लास्टिंग कर रही है। इसी कारण से आसपास की पहाड़ियां दरकने लगी है।
बता दें कि इस दौरान पहाड़ी का एक हिस्सा टूटने के कारण सड़क निर्माण में लगी कंपनी की एक मशीन भी मलबे के नीचे दबकर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है। गनीमत रही की कार्य कर रहे मजदूर इसकी चपेट में नहीं आए। इसके अतिरिक्त भूस्खलन में दर्जनों हरे पेड़ क्षतिग्रस्त हो गए हैं।