उत्तर प्रदेश के आगरा में बुधवार को शहर की हवा में भी जहर घुलता रहा। इस सीजन में पहली बार संजय प्लेस और आवास विकास कॉलोनी के आसपास हवा की गुणवत्ता तय करने वाला एयर क्वालिटी इंडेक्स 200 के पार पहुंच गया है। दिल्ली की तरह पूरे दिन स्मॉग की चादर छाई रही। इससे बुजुर्ग, अस्थमा रोगियों, सांस के रोगियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 19 विभागों को ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) को लागू करने के लिए पत्र भेजा है।बुधवार को आगरा का एक्यूआई 168 दर्ज किया गया, लेकिन यहां पांच स्टेशनों के जरिए क्षेत्रों की हवा की गुणवत्ता की मॉनिटरिंग की जाती है।
इनमें पांच में से दो जगह संजय प्लेस और आवास विकास कॉलोनी में हवा खराब दर्ज की गई। इनमें संजय प्लेस में एक्यूआई 307 और सेक्टर-तीन में 202 दर्ज की गई। एक्यूआई में सबसे ज्यादा प्रदूषक तत्व पर्टिकुलेट मैटर यानी पीएम 2.5 की मात्रा 380 तक पहुंच गई जो सेहत के लिए खराब है।
संजय प्लेस में खतरनाक ढंग से पीएम-2.5 कणों की मात्रा बढ़ी है, जो सांस रोगियों के लिए खतरे का संकेत है। जहरीली हवा के बीच उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. विश्वनाथ शर्मा ने 19 विभागों को पत्र भेजकर प्रदूषण नियंत्रण के उपाय अपनाने को कहा है।