प्रदेश में परिषदीय विद्यालयों के कक्षा छह से आठ के विद्यार्थी भी जल्द फर्राटेदार अंग्रेजी बोलेंगे। इसके लिए उन्हें इंग्लिश स्पीकिंग से जुड़े 10 से 15 मिनट के वीडियो उपलब्ध कराए जाएंगे। वह जब चाहेंगे, तब इससे तैयारी कर सकेंगे। बेसिक शिक्षा विभाग ने सभी डायट प्राचार्य और बीएसए से कहा है कि वह कक्षा-शिक्षण का बेहतर कंटेंट प्रयोग कर, बेहतर उच्चारण व मौखिक संप्रेषण को प्रोत्साहित करें। महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने कहा है कि इसके लिए आंग्ल भाषा शिक्षण संस्थान के विशेषज्ञों की ओर से दस-पंद्रह मिनट के वीडियो तैयार किए गए हैं। यह वीडियो स्कूली बच्चों ने ही बनाया है। यह वीडियो यूट्यूब पर भी अपलोड किया जाएगा। ताकि बच्चे इसे आसानी से प्राप्त कर सकें। उन्होंने कहा है कि इन वीडियो से नियमित अभ्यास के लिए बच्चों को प्रेरित करें और अभिभावकों को भी इसकी जानकारी दें ताकि वह बच्चों से घर में भी अभ्यास कराएं।
14 हजार परिषदीय स्कूलों में खरीदे जाएंगे फर्नीचर
परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को आवश्यक व बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के क्रम में चिह्नित जिलों में 14452 स्कूलों में फर्नीचर की सुविधा मुहैया कराई जाएगी। 8961 विद्यालयों में बाउंड्रीवाल का भी निर्माण होगा। इसके लिए विभाग ने बजट स्वीकृत कर दिया है।
कुछ परिषदीय विद्यालयों में अभी भी बच्चों के टाट-पट्टी पर बैठकर पढ़ाई करने के मद्देनजर बेसिक शिक्षा विभाग ने फर्नीचर की व्यवस्था सुनिश्चित कराने की तैयारी शुरू की है। पहले चरण में कक्षा तीन, चार व पांच के छात्रों के लिए डेस्क-बेंच खरीदे जाएंगे। महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने संबंधित बीएसए को निर्देश दिया है कि खरीद के लिए जेम पोर्टल से निविदा प्रक्रिया पूरी की जाए। बिना बाउंड्री वाले सभी जिलों के 8961 विद्यालयों में बाउंड्रीवाल निर्माण भी मनरेगा कनवर्जेंस के तहत कराने के निर्देश दिए गए हैं। संबंधित बीएसए से कहा गया है कि वे सीडीओ से समन्वय कर बाउंड्रीवाल का निर्माण कराना सुनिश्चित करें।
इन जिलों के हैं विद्यालय
पहले चरण में लखनऊ, रायबरेली, सीतापुर, अयोध्या, उन्नाव, अलीगढ़, एटा, हाथरस, कासगंज, गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, महाराजगंज, वाराणसी, चंदौली, गाजीपुर, जौनपुर, मेरठ, बागपत, बुलंदशहर, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़, बिजनौर, मुजफ्फनगर समेत 25 जिलों के 14452 विद्यालयों का चयन किया गया है। इससे इन विद्यालयों में पढ़ रहे 763116 छात्र-छात्राएं लाभान्वित होंगे।